नाटो देशों के लोगों को घर-घर ढ़ूंढ रहा है तालिबान, संयुक्त राष्ट्र के रिपोर्ट में दावा
काबुल: संयुक्त राष्ट्र के एक दस्तावेज में बताया गया है कि तालिबान उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो देशों और पिछली सरकार के लिए काम करने वाले लोगों की घर-घर तलाशी कर रहा है। IPTO नॉर्वेजियन सेंटर फॉर ग्लोबल एनालिसिस के द्वारा एक रिपोर्ट में बताया गया है कि तालिबान नाटो सहयोगियों को निशाना बना रहा है।
शरिया कानून के अनुसार ‘दंड’ देना चाहता है तालिबान
रिपोर्ट के अनुसार, अफगान सेना, पुलिस और जांच इकाइयों में केंद्रीय पदों पर बैठे लोगों को विशेष रूप से जोखिम था। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि यदि तालिबान सफल नहीं होता हैं, तो तालिबान द्वारा चिन्हित परिवारों के सदस्यों को निशाना बनाया जाएगा और गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें शरिया कानून के अनुसार ‘दंड’ दिया जाएगा। इस रिपोर्ट को जारी करने वाले प्रमुख क्रिश्चियन नेलेमैन ने समाचार संस्था बीबीसी को बताया कि अफगानिस्तान में ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें वर्तमान में तालिबान की तरफ से निशाना बनाया जा रहा है और इसके अंदेशे बिल्कुल स्पष्ट हैं।
आपको बता दें जर्मन समाचार संस्था डॉच वेले के अनुसार उनके एक पत्रकार की तलाश में तालिबानियों ने उस पत्रकार के एक रिश्तेदार की हत्या कर दी। डॉच वेले के महानिदेशक पीटर लिम्बर्ग ने इस घटना की निंदा की है और जर्मन सरकार से कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
सभी देश अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए उन्हें वहां से निकाल रहे हैं। पिछले पांच दिनों में अमेरिका ने कार्गो विमान से काबुल शहर से लगभग 7,000 लोगों को निकाला है। इसमें अमेरिकी नागरिक, अमेरिकी दूतावास के कर्मचारी, नाटो देशों के नागरिक, जोखिम वाले अफगान नागरिक और साथ ही विशेष अप्रवासी वाले अफगान नागरिक शामिल हैं।
साथ ही तालिबान के प्रवक्ता ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वो पत्रकारों के आजादी का ख्याल रखेंगे और महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे। लेकिन पत्रकारों के साथ हो रही बर्बरता को देख नही लग रहा कि तालिबान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही बातों पर अमल करता है।
भारतीय पत्रकार को भी मार चुका है तालिबान
विश्व प्रसिद्ध भारतीय फोटोग्राफर और पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश सिद्दीकी को तालिबानियों ने महीने भर पहले कंधार में मार डाला था। इसके बाद तालिबान ने जर्मनी के डाई ज़ीट अखबार के अनुवादक अमदादुल्लाह हमदर्द को 2 अगस्त को अफगानिस्तान के जलालाबाद में सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी गई।