
Serbia Anti-government Protests: यूरोपीय देश सर्बिया में पिछले सप्ताह में चुनाव में हुए धोखाधड़ी को लेकर लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। बता दें कि देशभर में इसके खिलाफ विरोध प्रर्दशन हो रहे हैं। इतना ही नहीं रविवार को तो प्रदर्शनकारियों ने बेलग्रेड की ऐतिहासिक इमारत सिटी हॉल में घुसने की कोशिश की। जिसे देखते हुए स्थानीय पुलिस को भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई
सूत्रों की मानें तो सिटी हॉल के बाहर भीड़ में से कुछ लोगों ने खिड़कियां तोड़ दीं और जबरन अंदर घुसने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों से झड़प भी हुई और आखिरकार सुरक्षाबल प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने में सफल रहे। वहीं विपक्षी कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने रविवार को अत्यधिक बल प्रयोग किया। और उनका आरोप है कि सरकार ने सत्तारूढ़ दल द्वारा जीते गए चुनावों में हेरफेर किया। वहीं राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक का कहना है कि आरोप बकवास और झूठ हैं।
सरकार को उखाड़ फेंकने का प्रयास
गौरतलब है कि सर्बिया में आम चुनाव के नतीजे आये थे। जिसमें राष्ट्रपति एलेक्जेंडर वुसिक की सरकार की सत्ता में वापसी हुई। वहीं विरोध प्रदर्शन को लेकर सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक ने कहा, कि विदेश से संचालित सरकार को उखाड़ फेंकने का एक प्रयास मात्र था।
वुसिक ने धांधली से किया इनकार
हालांकि वुसिक ने वोट में धांधली होने की ख़बर को नकारा है और देश में हुए चुनाव को निष्पक्ष बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान में चूक के दावे राजनीतिक विपक्ष द्वारा प्रचारित ज़बरदस्त झूठ है।
वहीं बता दें कि विरोधी पार्टी सर्बिया अगेंस्ट वॉयलेंस को चुनाव में 23.5 फीसदी वोट मिले। और अन्य सोशलिस्ट पार्टी ऑफ सर्बिया को 6.56 फीसदी वोट मिले हैं। ऐसे में अब विपक्षी पार्टियां धांधली का आरोप लगाकर चुनाव को अवैध घोषित कर दोबारा चुनाव कराने की मांग कर रहीं हैं।
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