Advertisement

कीव पर लगातार मिसाइल अटैक्स के बाद गुस्से में आए जेलेंस्की, इस तरह लेंगे रुस से बदला

Share
Advertisement

रूस-यूक्रेन युद्ध को सात महीने से ज्यादा समय हो चुका है और अभी तक रुकने की कोई संभावना नही है। रूस ने सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव समेत उसके कई शहरों को मिसाइल हमलों के जरिए निशाना बनाया और इस दौरान उसने रिहायशी इलाकों को भी नहीं बख्शा। राजधानी कीव में हमलों में कम से कम छह लोगों की जान गई और सड़कों पर जली हुई गाड़ियों और हमले में बर्बाद हुई इमारतों का मलबा बिखरा नजर आया। पुलिस ने कहा कि यूक्रेन के कई इलाकों में सुबह हुए हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई जबकि करीब 60 अन्य घायल हुए।

Advertisement

देश की आपातकालीन सेवा ने कहा कि नौ लोगों की मौत हुई है। हताहतों की परस्पर विरोधी संख्या का तत्काल मिलान नहीं किया जा सका। उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन अगर रूस पर “आतंकवादी हमले” जारी रखता है, तो मॉस्को की प्रतिक्रिया “खतरे के स्तर के लिहाज से सख्त और आनुपातिक” होगी। उन्होंने कहा, “किसी को भी इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए।”

घंटों तक चलने वाले भीषण हमले ने मॉस्को द्वारा अचानक सैन्य हमलों को तेज किए जाने को परिलक्षित किया है। इससे एक दिन पहले ही पुतिन ने शनिवार को रूस को क्रीमिया के कब्जे वाले क्षेत्र से जोड़ने वाले विशाल पुल पर विस्फोट को यूक्रेनी विशेष सेवाओं द्वारा नियोजित और अंजाम दिया गया एक “आतंकवादी कृत्य” कहा था।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का बयान

यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ दर्जनों मिसाइलें और ईरानी निर्मित ड्रोन से हमला किया। यूक्रेन सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा कि 75 मिसाइलों को यूक्रेन के ठिकानों की तरफ दागा गया, जिनमें से 41 को वायु रक्षा द्वारा निष्प्रभावी कर दिया गया।

जेलेंस्की ने एक वीडियो संबोधन में कहा कि लक्ष्य 10 शहरों में नागरिक क्षेत्र और ऊर्जा सुविधाएं थीं। उन्होंने कहा, “(रूसियों ने) सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ऐसे समय और ऐसे लक्ष्यों को चुना।” कीव में आपात सेवा की प्रवक्ता स्वितलाना वोदोलागा ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) को बताया कि लोग हताहत हुए हैं और बचावकर्ता विभिन्न स्थलों पर काम कर रहे हैं। कीव के अलावा खारकीव, ल्वीव, तेर्नोपिल, खेमेल्नित्स्की, जिथोमिर के अलावा कुछ और शहर भी रूसी हमले की जद में रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *