Russia-Ukraine Conflict: रूस के दो क्षेत्रों को अलग देश की मान्यता, पुतिन ने किया सेना भेजने का ऐलान
रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव अपने चरम पर है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि पूर्वी युक्रेन के दो अलग-अलग क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देगा। रूस, स्वघोषित गणराज्य डोनेत्स्क (Denetsk) और लुगंस्क (Lugansk) को अलग-अलग देश के रूप में मान्यता देगा।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने डोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीपीआर) और लुगंस्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलपीआर) की मान्यता से संबंधित कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। रूसी राष्ट्रपति ने संधि पर हस्ताक्षर भी किए हैं। रूस और डीपीआर, एलपीआर के बीच संधि मैत्री, सहयोग और पारस्परिक सहायता को लेकर है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि जिन लोगों ने हिंसा, रक्तपात, अराजकता के रास्ते पर चलना शुरू किया, उन्होंने डॉनबास के मसले को नहीं पहचाना। डोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और पीपुल्स रिपब्लिक लुगंस्ककी स्वतंत्रता और संप्रभुता को पहचानें। उन्होंने कहा कि रूसी संघ की संघीय विधानसभा से इस निर्णय का समर्थन करने के लिए कहेंगे।
रूसी राष्ट्रपति के इस ऐलान के बाद अब रूसी सैनिकों के इस क्षेत्र में प्रवेश की आशंकाएं जताई जाने लगी हैं। स्काई न्यूज के मुताबिक अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि नाटो में यूक्रेन का शामिल होना रूस की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है।
पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन में नाटो ट्रेनिंग सेंटर नाटो के सैन्य ठिकाने के बराबर है। यूक्रेन का संविधान विदेशी सैन्य बेस की इजाजत नहीं देता। रूसी राष्ट्रपति ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए ये भी कहा कि यूक्रेन की योजना परमाणु हथियार बनाने की है।