जयशंकर ने RRR के बहाने पूर्व पीएम टोनी ब्लेयर पर कसा तंज, कहा- मूवी में आपकी छवि कुछ अच्छी नहीं थी
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रायसीना डायलॉग के आखिरी दिन शुक्रवार को ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर पर RRR फिल्म के बहाने तंज कसा। इस दौरान क्रिकेटर केविन पीटरसन भी वहां मौजूद थे। जयशंकर ने भारत और ब्रिटेन के संबंधों पर बात करते हुए ब्लेयर को कहा कि पिछले साल भारत में RRR नाम की एक फिल्म काफी फेमस हुई थी। आपको बताऊं तो उसमें आपकी (ब्रिटेन) की छवि को कुछ खास अच्छा नहीं दिखाया गया था। जयशंकर के यह बोलते हुए पूरा हॉल ठहाकों से गूंज उठा। वहीं ब्लेयर चेहरा झुका कर मुस्कुराते रहे।
जयशंकर के तंज पर पीटरसन ने बदला पाला
जयशंकर का तंज सुनते ही इंगलैंड क्रिकेट टीम के कैप्टन रहे दक्षिण अफ्रीका के केविन पीटरसन ने पाला बदला लिया। उन्होंने मुस्कुराते हुए पूछा- क्या मैं यहां ब्रिटिश की बजाय साउथ अफ्रीकन की हैसियत से बैठा सकता हूं?
भारत के ब्रिटेन से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने पर जयशंकर ने कहा कि संतुलन बदल रहा है। इतिहास अपनी साइड बदल रहा है। वहीं कार्यक्रम में जयशंकर ने पीएम मोदी की तुलना क्रिकेट टीम के कैप्टन से की।
‘6 बजे ही प्रैक्टिस शुरु करवा देते हैं कैप्टन मोदी’
रायसीना डायलॉग में जयशंकर ने क्रिकेट की भाषा में पीएम मोदी की फॉरेन पोलिसी को समझाया है। जयशंकर ने कहा- कैप्टन मोदी सुबह 6 बजे ही प्रैक्टिस शुरू करवा देते हैं। जो रात में देर तक जारी रहती है। उन्होंने आगे कहा कि अगर मोदी को लगता है कि कोई बॉलर अच्छा परफॉर्म कर सकता है। तो वो उसे मौका देते हैं। हालांकि फिर वो उस बॉलर से विकेट लेने की उम्मीद भी करते हैं।
कोरोना के दौरान लॉकडाउन लगाना था काफी मुश्किल
विदेश मंत्री जयशंकर ने पीएम मोदी के फैसले लेने की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना के दौरान लॉकडाउन लगाने का फैसला काफी मुश्किल था। हालांकि वो जरूरी भी था, अब हम सोचते हैं कि उस समय अगर सही फैसला नहीं लिया गया होता तो पता नहीं क्या होता? विदेश मंत्री ने फॉरेन पोलिसी की तुलना क्रिकेट से भी की। उन्होंने कहा कि क्रिकेट टीम की तरह हम भी केवल अपने ही देश में नहीं बल्कि विदेशों में भी मैच जीतना चाहते हैं।
ई दिल्ली में चल रहे रायसीना डायलॉग के दूसरे दिन रूस के विदेश मंत्री ने यूक्रेन जंग पर हो रही आलोचनाओं का करारा जवाब दिया है। शुक्रवार को पुतिन के विदेश मंत्री से जब पूछा गया कि क्या जंग ही यूक्रेन के साथ विवाद का इकलौता समाधान था। इसके जवाब में सर्गेइ लावरोव ने कहा- दूसरे देशों में घुसपैठ को लेकर कोई अमेरिका से सवाल क्यों नहीं पूछता है?
लावरोव ने कहा कि क्या आपने अमेरिका और नाटो से पूछा की वो अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में जो कर रहे हैं वो सही है? लावरोव के इस जवाब पर वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई।
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