Emergency in Sri Lanka: हिंसा-आगजनी-सड़कों पर जनसैलाब, श्रीलंका में हालात हुए बेकाबू

Emergency in Sri Lanka: श्रीलंगा में आज से आपातकाल लगा दिया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि देश में कानून-व्यवस्था को कायम रखने और आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को जारी रखने के लिए ऐसा करना जरूरी हो गया है। इसलिए पूरे देश में आपातकाल लागू किया जाता है।
बता दें कि श्रीलंका में आपातकाल लगने के बाद राष्ट्रपति राजपक्षे को सारी शक्तियाँ मिल जाएंगी। आपातकाल लगते ही राष्ट्रपति ने देश में पब्लिक सिक्युरिटी अध्यादेश के प्रावधानों को लागू कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंका में खाने-पीने की वस्तुओं और लंबे पावर कट से लोग परेशान हो गए हैं और सड़कों पर प्रदर्शन के लिए उतर आए हैं।
श्रीलंका में पब्लिक सिक्युरिटी अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करने के बाद राष्ट्रपति के पास सार्वजनिक सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था के संरक्षण और विद्रोह तथा दंगा का दमन करने, नागरिक हंगामा को कंट्रोल करने और आवश्यक आपूर्ति के रख-रखाव के लिए नियम बनाने का अधिकार मिल गया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति को यह अधिकार मिल गया है कि वह किसी भी कानून को बदल सकते हैं या निलंबित कर सकते हैं।
राजधानी कोलंबो में प्रदर्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 13-13 घंटों का पावर कट हो रहा है। इससे परेशान जनता सड़कों पर उतर आई है और राष्ट्रपति से इस्तीफे की मांग कर रही है। श्रीलंका में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है। चावल-दाल तथा दवाओं की कीमतें आसमान छू रही है। पैरासीटामोल की टैबलेट की पत्ती 450 रुपये में मिल रही है।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में यह स्थिति अबतक की सबसे खराब स्थिति है। शुक्रवार को श्रीलंका की जनता सड़कों पर उतर आई और 5000 से ज्यादा लोगों ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के घर की ओर रैली निकाली। इस दौरान पुलिस ने 54 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।