वैलेंटाइन डे का इतिहास- जानें क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे?

वैलेंटाइन डे भारत का नहीं बल्कि यह एक विदेशी त्योहार है। लेकिन आज वैलेंटाइन डे को भारत सहित दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। भारत को त्योहारों का देश माना जाता है। यहां पर सभी लोग एक साथ मिलकर सभी त्योहारों को मनाते हैं। भारत में दिवाली, होली, ईद और क्रिसमस के त्योहार एक साथ मनाए जाते हैं। लेकिन आज जानेंगे कि वैलेंटाइन डे का इतिहास क्या है और इसे क्यों मनाया जाता है?
वैलेंटाइन डे भी अन्य भारतीय त्योहारों के साथ आज भारत में बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 14 फरवरी को ही वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है? क्या है वैलेंटाइन डे का इतिहास, जिसके बारे में बहुत कम लोगों को पता है। आइए जानते हैं-
वैलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है?
Valentine Day का नाम जिस व्यक्ति के नाम पर रखा गया है उसका नाम Valentine था। वैलेंटाइन डे की कहानी इस तरह शुरू होती है कि रोम में एक राजा क्लॉडियस हुआ करता था। रोम में क्लॉडियस का राज था। वह अपने पराक्रम, वीरता और श्रेष्ठता के लिए दुनियाभर में मशहूर था।
एक दिन राजा क्लॉडियस ने अपने सम्राज्य को बड़ा करने के लिए और इसे विश्व शक्ति बनाने के लिए एक अजीबोगरीब फरमान जारी किया। अपने फरमान में राजा ने अपने सम्राज्य के किसी भी पुरुष को शादी नहीं करने का आदेश दिया।
क्लॉडियस का कहना था कि शादी करने से पुरुष की बौद्धिक और शारीरिक शक्ति खत्म हो जाती है। ऐसे में रोम को हमेशा श्रेष्ठ और अजेय रखने के लिए पुरुषों को अविवाहित रहना बहुत जरूरी है।
क्लॉडियस के इस आदेश के बाद रोम सम्राज्य में हाहाकार मच गया। महिलाओं ने इसका बहुत विरोध किया और सभी धार्मिक संतों के पास पहुंचे। इसके बाद संत वैलेंटाइन ने क्लॉडियस के इस अजीबोगरीब फरमान का विरोध किया और रोम के लोगों को शादी करने के लिए प्रेरित किया।
संत वैलेंटाइन ने रोम शासक क्लॉडियस के आदेश की परवाह नहीं की और कई सैनिकों और अधिकारियों के साथ आम लोगों की शादी करवाई। इससे क्लॉडियस काफी नाराज हुए और उन्होंने 14 फरवरी 269 को संत वैलेंटाइन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया।
जिसके बाद संत वैलेंटाइन को गिरफ्तार कर उन्हें सूली पर चढ़ा दिया गया। जिस दिन संत वैलेंटाइन को सूली पर चढ़ाया गया, उसी दिन से वैलेंटाइन डे मनाने की प्रथा की शुरुआत हुई। तभी से 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाई जा रही है।