नशा ये हिन्दुस्तां के सम्मान का है, स्वतंत्रता दिवस को बनाना चाहते हैं यादगार
देशभर में 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी जोर शोर से चल रही है. इसी खास मौके पर उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के सुदूर गांव के एक बुनकर ने भारत के नक्शे और तिरंगे वाली कालीन तैयार की है और उन्हें उम्मीद है कि इस कालीन को भारत की नई संसद में प्रदर्शित किया जाएगा।
दरअसल ये कालीन अष्टेंगू गांव में मास्टर बुनकर मोहम्मद मकबूल डार ने तैयार की है. पिछले 40 साल से कालीन बुनने का काम कर रहे हैं। बकौल डार उन्होंने यह आइडिया भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (IICT) श्रीनगर को दिया है, जिसने उन्हें विषय के प्रिंटआउट के साथ कालीन पर तिरंगे के साथ मानचित्र बुनने की कम्प्यूटरीकृत शिक्षा दी. बांदीपोरा के उपायुक्त ओवैस अहमद ने उन्हें 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित भी किया है.
बता दें कि डार इलाके में “डिलाइट कारपेट वीवर्स” सोसायटी चलाते हैं. उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में उनके 20 से अधिक करघे हैं, जहां दलित परिवारों की लगभग 50 युवा और शिक्षित लड़कियां अलग-अलग चीजें बुन रही हैं. उनके पास पढ़ी-लिखी लड़कियों की एक बड़ी टीम है जो पिछले कई सालों से उनके साथ अलग-अलग आकार और रंगों के कालीन बुनने का काम कर रही हैं.