हर साल 1 जुलाई को क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे, जानें इस बार क्या है थीम
देश के सभी डॉक्टर्स को ध्यान में रखकर हर साल डॉक्टर्स डे 1 जुलाई को मनाया जाता है। डॉक्टर को भगवान का रुप कहा जाता है। इस बार 33वां नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है। National Doctors Day पर मानव स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने में सभी डॉक्टर्स के योगदान को सम्मानित किया जाता है। तो जानिए कैसे हुई थी इस दिन को मनाने की शुरुआत?
डॉक्टर्स डे का इतिहास
देश में डॉक्टर्स डे को मनाने की शुरुआत 1991 में हुई थी। तभी से हर साल ये 1 जुलाई के दिन मनाया जाता है। इस दिन को बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.बीसी रॉय के सम्मान में मनाया जाने का फैसला लिया गया। बीसी रॉय एक स्वतंत्रता सेनानी थे। बीसी रॉय को 4 फरवरी 1961 को भारत रत्न से नवाजा गया था। इसलिए यह खास दिन बीसी रॉय के जन्म तिथि के दिन मनाया जाता है। बीसी रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था। उनका निधन 1 जुलाई 1962 को हुआ था। इस कारण 1 जुलाई डॉक्टर्स डे के रूप में मनाया जानें लगा।
नेशनल डॉक्टर्स डे 2023 की थीम
हर साल डॉक्टर्स डे अलग-अलग थीम के साथ मनाया जाता है। इस बार की थीम कुछ अलग है। इस बार थीम का नाम सेलिब्रियी रेजिलिएंस एंड हीलिंग हैंडंस रखा गया है।
डॉक्टर्स डे को मनाने का महत्व
नेशनल डॉक्टर्स डे मनाने का एक ही कारण है उन सभी डॉक्टर्स को सम्मान देना जो दिन-रात अपने मरीज की जान बचाने के लिए तत्पर रहते हैं। कोरोना काल में हमनें देखा कि डॉक्टर्स किसी वॉरियर्स से कम नहीं हैं। इस खास दिन को मनाने का उदेश्य यहीं हैं कि उन्हें दूसरों की सेवा के लिए प्रेरित किया जाए और उनके प्रति अपना सम्मान दिखाया जाए।
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