वित्त मंत्री ने कहा- MSME मंत्रालय कारीगरों को बिना गारंटी ₹3 लाख का लोन देगा, विश्वकर्मा स्कीम के लाभार्थियों का होगा थ्री-लेयर वेरिफिकेशन

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वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने बताया कि ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ के लाभार्थियों को थ्री-लेयर वेरिफिकेशन प्रक्रिया का पालन करना होगा। इसमें पहले पर्यावरण में पंचायत, दूसरे पर्यावरण में जिला कलेक्टर, और तीसरे पर्यावरण में राज्य सरकार द्वारा नियुक्त कमेटी होगी।

बता दें इस योजना के तहत योग्य क्राफ्ट्समैन और आर्टिसन्स को विश्वकर्मा सर्टिफिकेट, आईडी कार्ड, और बिना गारंटी के 3 लाख रुपए तक का ऋण प्राप्त होगा। इसके लिए 13 हजार करोड़ रुपए का आवंटन किया जाएगा।

निर्माला सीतारमण ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत MSME क्षेत्र के चयनित व्यापारीगण को महत्वपूर्ण कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही, वे अपने स्थानीय उत्पादों को देशी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने के लिए काम करेंगे।

आपको बता दें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना पर वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस स्कीम से देशभर के करीब 30 लाख पारंपरिक कारीगरों को फायदा मिलेगा। इस योजना के पहले फेज में कामगारों को 5% इनटरेस्ट रेट पर 1 लाख रुपए का लोन मिलेगा। जिसे, अगले फेज में यह राशि 2 लाख रुपए कर दी जाएगी। इस स्कीम के अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

इन 18 व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा
1. कारपेंटर (बढ़ई)
2. नाव बनाने वाले
3. अस्त्र बनाने वाले
4. लोहार
5. ताला बनाने वाले (मरम्मतकार)
6. हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
6. सुनार
7. कुम्हार
8. मूर्तिकार
9. मोची
10. राज मिस्त्री
11. टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले
12. पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले
13. नाई
14. मालाकार
16. धोबी
17. दर्जी
18. मछली का जाल बनाने वाले

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