किसानों का भारत बंद

केंद्र सरकार के कृषि क़ानूनों के विरोध में सोमवार को 40 से ज़्यादा किसान संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है.
किसान संगठनों की योजना के अनुसार बंद सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक चलेगा.
संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी सामाजिक संगठनों और ट्रेड यूनियन से भारत बंद को समर्थन देने की अपील की है.
इसके साथ ही कई विपक्षी पार्टियों ने भी किसानों के बंद से एकजुटता ज़ाहिर की है.
मिली जानकारी के अनुसार सैकड़ों किसान सुबह छह बजे से और उन्होंने कई जगह रेलवे ट्रैक और सडकों को जाम कर दिया था.
दक्षिण तक बंद का असर
किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर पंजाब हरियाणा से लेकर केरल के तिरुवनंतपुरम तक दिखाई दे रहा है.
समाचार एजेंसी ANI ने तिरुवनंतपुरम की कुछ तस्वीरें शेयर की है जहां दुकानें बंद हैं और सड़कें भी सुनी नज़र आ रही हैं.

केरल में UDF और LDF जैसे ट्रेड यूनियन संगठनों ने बंद का समर्थन किया है.
केवल संदेश देना चाहते हैं: राकेश टिकैत
कृषि क़ानूनों के विरोध का केंद्र दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर सुबह से ही हलचल नज़र आने लगी है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बंद के दौरान जैसी ज़रूरी सेवाओं को एंबुलेंस को नहीं रोका जा रहा है.
उन्होंने कहा, “हम सिर्फ़ संदेश देना चाहते हैं. हमने दुकानदारों से अपील की है कि वो शाम चार बजे तक दुकानें बंद रखें.”