शाहजहांपुर में डिजिटल पुलिस, ऑनलाइन सुनी जाती हैं पीड़ितों की समस्याएं

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उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में डिजिटल के जरिए नई तकनीक से पुलिस अधीक्षक पीड़ितों की समस्याएं सुन रहे हैं और त्वरित निराकरण भी हो रहा है जिसके चलते जिले के पुलिस अधिकारियों समेत सभी थानों के प्रभारी रोजाना ढाई घंटे तक गूगल मीट के जरिए ऑनलाइन रहते हैं।

पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि उन्होंने शाहजहांपुर पुलिस को गति देने के लिए नई तकनीक को अपनाया है, जिसमें वह अपने कार्यालय में 10 बजे से लेकर 12:30 बजे तक समस्याएं सुनते हैं। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी तथा थाने के प्रभारी गूगल मीट के जरिए ऑनलाइन रहते हैं। हम पीड़ित की शिकायत सुनने के बाद संबंधित अधिकारी को शिकायत बताते हैं तथा निर्धारित 12 घंटे से 24 घंटे में समाधान भी कराते हैं।

उन्होंने बताया कि तमाम वाक्ये ऐसे हुए कि पीड़ित जब तक थाने पहुंचा तब तक पुलिस ने उसकी समस्या का निराकरण भी कर दिया क्योंकि इस गूगल मीट के जरिए जब हमारे अधिकारी ऑनलाइन होते हैं तो आवश्यकता पड़ने पर वह स्वयं पीड़ित की बात भी संबंधित अधिकारी को सुनाते हैं। ऐसे में वह अपने कर्तव्यों से बच नहीं पाएंगे और नहीं झूठ बोल पाते हैं।

उन्होंने ने बताया कि इस तकनीक से समय की बचत के साथ-साथ शिकायत का त्वरित निराकरण भी संभव हुआ है तथा सबसे खास बात यह है कि पीड़ित जो 70 किलोमीटर दूर से शिकायत लेकर आता है उसे भी संतुष्टि मिलती है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हमने पूरे जिले को 2 जोन तथा 8 सेक्टर में बांटा है। जोन में दो क्षेत्राधिकारी पूरी रात अपने जोन में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों की क्रास चेकिंग करते हैं जबकि सेक्टरों में थाना प्रभारी पुलिस फोर्स की चेकिंग करते हैं। वह बताते हैं कि वह खुद रोजाना रात में पुलिस अधिकारियों की चेकिंग करते हैं और मौके से ही ऑनलाइन होकर तथा लोकेशन भी देखते हैं कि संबंधित अधिकारी मौके पर हैं अथवा नहीं।

मीणा ने बताया सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर हमारी टीम कड़ी निगरानी रख रही है। हमने ऐसे निर्देश दिए हैं कि आपत्तिजनक पोस्ट यदि कोई डालता है तो टीम उसे तत्काल हमारे संज्ञान में लाती है और ऐसे लोगों पर हम कड़ी कार्रवाई भी कर रहे हैं।