केंद्रीय मंत्री ने किया बड़ा दावा, 5 करोड़ नौकरियों और 20 लाख करोड़ की इंडस्ट्री का होगा निर्माण

Delhi : केंद्रीय मंत्री ने किया बड़ा दावा, 5 करोड़ नौकरियों और 20 लाख करोड़ की इंडस्ट्री का होगा निर्माण
Delhi : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीक्ल्स मार्केट का ग्रोथ आगे शानदार रहने वाला है। देश के ईवी सेक्टर में साल 2023 तक करीब 5 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी। गडकरी ने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार की क्षमता 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने यह बात ‘8वें कैटेलिस्ट कॉन्फ्रेंस ऑन सस्टेनेबिलिटी ऑफ ई-व्हीकल इंडस्ट्री – ईवी एक्सपो 2024’ में कही।
40 प्रतिशत वायु प्रदूषण परिवहन क्षेत्र के कारण होता है
गडकरी ने आगे कहा कि पेट्रोल-डीजल भारत के लिए बड़ी समस्या है। भारत में 40 प्रतिशत वायु प्रदूषण परिवहन क्षेत्र के कारण होता है। हम 22 लाख करोड़ रुपये के जीवाश्म ईंधन का आयात करते हैं, जो हमारे लिए एक बड़ा आर्थिक संकट है। यह आयात देश में कई समस्याएं खड़ी कर रहा है। सरकार अब ग्रीन एनर्जी पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने बताया कि भारत की बिजली उत्पादन क्षमता में 44% हिस्सा सोलर पावर का है। हमारे द्वाारा हाइड्रो पावर, सोलर पावर और बायोमास से ग्रीन पावर विकसित करने को प्राथमिकता दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि भारत इलेक्ट्रिक बसों की कमी का सामना कर रहा है। हमारे देश को एक लाख इलेक्ट्रिक बसों की जरूरत है, लेकिन हमारी क्षमता 50,000 बसों की है। उन्होंने कंपनियों से अनुरोध करते हुए कहा कि यह उचित समय है कि आप अपने कारखाने का विस्तार करें।
इलेक्ट्रिक वाहनों की गुणवत्ता से समझौता न करें ऑटोमोबाइल कंपनियां
गडकरी ने ऑटोमोबाइल कंपनियों से इलेक्ट्रिक वाहनों की गुणवत्ता से समझौता न करने की अपील की। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने 2014 में परिवहन मंत्री का पद संभाला, तब भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर 7 लाख करोड़ रुपये का था। आज यह बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। गडकरी ने कहा, हमने जापान को पीछे छोड़ा है और हम इस समय दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं। भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर अमेरिका (78 लाख करोड़ रुपये) और चीन (47 लाख करोड़ रुपये) के बाद अब दुनिया में तीसरे नंबर पर है।
गडकरी ने कहा कि आने वाले 5 वर्षों में भारत को इलेक्ट्रिक व्हीक्ल्स मार्केट क्षेत्र में नंबर 1 बनना होगा। उन्होंने कहा, हमें इस क्षेत्र में चीन से मुकाबला करना है। इसके लिए हमें अच्छी तकनीक पर ध्यान देना होगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लिथियम-आयन बैटरी का निर्माण भारत के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने जानकारी दी कि टाटा, अडानी और मारुति जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। गडकरी के अनुसार, देश में 16,000 ईवी चार्जिंग स्टेशन काम कर रहे हैं, जबकि 2,800 और स्टेशन पाइपलाइन में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ईवी उद्योग का भविष्य उज्ज्वल है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा।
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