दिल्ली के प्राइवेट स्कूल में EWS एडमिशन के लिए नई SOP लागू- शिक्षा मंत्री

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दिल्ली के प्राइवेट स्कूल में EWS एडमिशन के लिए नई SOP लागू- शिक्षा मंत्री

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Delhi : माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार मिशन मोड़ में काम कर रही है। दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) कोटे के तहत दाखिले के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के मार्गदर्शन में दिल्ली के शिक्षा निदेशालय के कॉन्फ्रेंस रूम में ‘ड्रॉ ऑफ लॉट्स’ के जरिए ऑनलाइन लॉटरी निकली गई। इस अवसर पर आशीष सूद ने बताया की दिल्ली में पहली बार लॉटरी की ये प्रक्रिया हजारों अभिभावकों और मीडिया की मौजूदगी में पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुई।

शिक्षा मंत्री सूद ने लॉटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बताया कि पहली बार पारदर्शी तरीके से तीन कैटेगरी नर्सरी, केजी और फर्स्ट क्लास के लिए आज ड्रॉ निकाला गया। श्री मती गायत्री के पुत्र श्री भावेश ने के जी और पहली क्लास के लिए ‘ड्रॉ ऑफ लॉट्स’ के लिए स्टैंडअलोन कंप्यूटर के बटन को दवा कर ड्रा की शुरुआत की।

शिक्षा निदेशालय के ऑफिस में इंटरनेट की सुविधा नहीं थी

सूद ने आगे बताया की शिक्षा निदेशालय के ऑफिस में जो स्टैंडअलोन कंप्यूटर था उस कमरे में इंटरनेट की कोई भी सुविधा मौजूद नहीं थी, यहां तक की मीडियाकर्मियों के फोन भी कमरे के अंदर नहीं ले जाने दिए गए। शिक्षा निदेशक भी अपना फोन कमरे के अंदर लेकर नहीं गए और स्वयं में भी अपना फोन अंदर नहीं लेकर गया था वहा ड्रा निकाला गया।

शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि पहले दिल्ली के स्कूलों में नर्सरी में एडमिशन की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जाती थी, लोग आरोप ड्रा में भ्रष्टाचार का आरोप लगते थे। जिसको लेकर मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता जी बहुत चिंतित थी ..हमने अबकी बार प्रयास किया है कि इसको बहुत ही पारदर्शी तरीके से और बहुत ही ओपन तरीके से पूरा किया जाए।

EWS के लिए वार्षिक आय की लिमिट ढ़ाई लाख को बढ़ाकर 5 लाख रुपए की गई

उन्होंने आगे बताया की ड्रा में पारदर्शिता के लिए अभिभावकों, बच्चों और मीडिया को भी बुलाया गया था। इस बार के एडमिशन प्रोसेस के लिए EWS कोटे के लिए वार्षिक आय की लिमिट ढ़ाई लाख को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गयी है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमे शामिल हो सकें।

नर्सरी के लिए कुल 1299 प्राइवेट स्कूलों के 24 हज़ार 933 सीटों के लिए एक लाख 854 छात्रों के आवेदन प्राप्त हुए। इसी प्रकार के जी के लिये 622 स्कूल के लिये 4682 सीट के लिए 40488 आवेदन प्राप्त हुए। कक्षा 1 के लिये 1213 स्कूल के लिए 14430 सीट के लिए 62597 आवेदन प्राप्त हुए का आज सफलतापूर्वक ड्रॉ किया गया। जिसके बाद सारे डेटा को फ्रीज कर दिया गया है इसके लिह तीन सदस्यीय समिति बनाई थी, उन्होंन सार्वजनिक रूप से CD बना कर सीडी को साइन करके सील करके डायरेक्टर ऑफिस में जमा करा दिया ।

शिक्षा मंत्री आशीष सूद जी ने बताया कि हमारी सरकार ने स्कूलों में प्रवेश के लिए EWS की आय सीमा को बढ़ाकर शिक्षा की सुलभता को और मजबूत करने का प्रयास किया है। हमने हर जरूरतमंद और गरीब बच्चों के लिए न्यायपूर्ण और निष्पक्ष प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम पारदर्शी उपाय प्रक्रिया अपनाई है।

अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए कैमरे

पूरी प्रक्रिया पर बारीकी से नज़र रखने के लिए आयोजन स्थल पर तीन अलग-अलग स्थानों पर कैमरे लगाए गए थे। इस वर्ष प्राप्त कुल 2.5 लाख आवेदनों के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रा आयोजित किया गया। जगह की सीमित क्षमता को देखते हुए पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने के लिए, कई टेलीविजन स्क्रीन भी लगाई गईं, जिससे सभी उपस्थित माता-पिता ड्रा को अपने सामने देख सकें। उन्होंने यह भी बताया कि चयनित बच्चों को आज शाम तक SMS मिल जाएगा। इस प्रक्रिया के तहत ड्रा के माध्यम से चुने गए छात्र अपने सत्यापित दस्तावेज लेकर आवंटित हुए स्कूलों में जमा करेंगे और सभी स्कूल उन्हें बिना किसी इनकार के प्रवेश देने के लिए बाध्य होंगे।

उन्होंन बताया कि दिल्ली के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने इतनी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ EWS कोटा के लिए ड्रा आयोजित किया है। यह उपलब्धि माननीय मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता और हमारे सरकार के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण है, जिसने सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का समान अवसर मिले सके। इससे शिक्षा के समान अवसर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को बल मिला है।

ड्रा में तीन श्रेणियां शामिल थीं

सूद ने यह भी कहा कि ड्रा में तीन श्रेणियां शामिल थीं- नर्सरी, केजी (प्री-प्राइमरी) और फ़र्स्ट class। जिसके लिए हुए ड्रा में पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए और आपत्तियों के मामले में फिर से ड्रा की भी सुविधा शुरू की। पूरी प्रक्रिया उच्चतम स्तर की ईमानदारी के साथ आयोजित की गई थी।

सूद ने बताया कि ड्रा में पूर्ण निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा निदेशालय के तीन वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति बनाई गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली के शामनाथ मार्ग के निवासी भावेश, जिनकी मां घरेलू सहायिका है भी बटन दबाकर ड्रा में शामिल हुआ ।

यह वंशवाद का युग नहीं – शिक्षा मंत्री

दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह वंशवाद का युग नहीं है जिसमें केवल पढ़े-लिखे बच्चों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। उनका चयन पूरी तरह से उनकी योग्यता के आधार पर किया जाएगा। सूद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के इस मूल सिद्धांत से प्रेरणा लेते हुए हमने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और न्यायपूर्ण तरीके से संचालित किया है।

उन्होंने कहा कि नर्सरी में दाखिले के लिए EWS कोटे की 25% सीटों पर दाखिले के लिए करीब ढाई लाख से ज्यादा आवेदन आए थे। लॉटरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब दिल्ली के सभी प्राइवेट स्कूलों में EWS कोटे के तहत बच्चों का बहुत जल्द एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी ।

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