
Delhi Assembly Election 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पंजाब नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। नई दिल्ली सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने अपने बयान को तोड़ने-मरोड़ने के लिए केजरीवाल और भगवंत मान के खिलाफ मानहानि का केस किया है। प्रवेश वर्मा के वकील विवेक गर्ग ने कहा कि प्रवेश के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान को 100 करोड़ रुपए का कानूनी मानहानि नोटिस भेजा गया है। हमने उन्हें माफी मांगने और हर्जाना भरने के लिए 48 घंटे का समय दिया है, वरना उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो भी हर्जाना होगा, वह नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की जनता के कल्याण पर खर्च किया जाएगा।
दरअसल, बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पंजाब सरकार के वाहनों और वहां की सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं, जो कि गैरकानूनी है और हमने इस संबंध में चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। केजरीवाल और भगवंत मान कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं। दोनों या तो माफी मांगे और मानहानि शुल्क भरें या कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इसको शॉर्ट में लिखें
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने दावा किया कि इंडिया गेट के पास चाइनीज कंपनी के कैमरे पंजाब से आए सरकारी कर्मचारी लगा रहे थे। उन्होंने इसे देश की सुरक्षा से जोड़ते हुए जांच की मांग की। पूर्व सांसद ने कहा, ‘पंजाब से इनके सारे गुंडे आए हैं। मुख्यमंत्री, मंत्री, पार्षद नेताओं ने नई दिल्ली सीट पर डेरा डाल दिया है। आसपास के सारे होटल बुक करा लिए हैं। हजारों की संख्या में यहां पंजाब के नंबर की गाड़ियां घूम रही हैं, उनमें कौन लोग हैं, यहां 26 जनवरी मनाने की तैयारी चल रही है, यहां वह क्या ऐसा बड़ा काम करने वाले हैं, जिससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था को खतरा हो सकता है।’ वहीं प्रवेश वर्मा ने चुनाव आयोग से दिल्ली के चुनावों में पंजाब सरकार द्वारा संसाधनों के दुरुपयोग पर तुरंत अंकुश लगाने का आग्रह किया है।
अरविंद केजरिवाल ने एक्स पर किया पोस्ट
बीजेपी नेता के इस बयान पर अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए माफी की मांग की है। उन्होंने लिखा, दिल्ली में लाखों पंजाबी रहते हैं जिनके परिवारों ने और उनके पूर्वजों ने देश के लिए न जाने कितनी क़ुर्बानियां दी हैं। ये बयान सुनकर मुझे पीड़ा हुई। केजरीवाल ने आगे कहा, दिल्ली को पंजाबियों ने सवारा है। पंजाबियों को देश के लिए खतरा बोलकर बीजेपी ने दिल्ली में रहने वाले लाखों पंजाबियों को अपमानित किया है। बीजेपी को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली में लाखों पंजाबी रिफ्यूजी भी रहते हैं जो बंटवारे के मुश्किल दौर में सबकुछ छोड़कर दिल्ली आ कर बसे थे। इनके परिवार ने भी अनगिनत यातनाएं सही हैं।
सीएम मान ने बीजेपी नेता को दिया जवाब
प्रवेश वर्मा के इस बयान के बाद सबसे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत सिंह मान ने भी अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली देश की राजधानी है। यहां हर राज्य से लोग आते हैं। यहां हर प्रदेश के नंबर की गाड़ियां चलती हैं। किसी भी राज्य के नंबर की गाड़ियां देश के किसी भी हिस्से में जा सकती हैं, इस पर कोई रोक-टोक नहीं है। बीजेपी का ये बयान सुनिए। ये बेहद खतरनाक, चिंताजनक और पंजाबियों के लिए अपमानजनक है। आज हर पंजाबी बेहद पीड़ा और अपमान महसूस कर रहा है।
परवेश वर्मा को कई लोगों ने लीगल नोटिस भेजा
बता दें कि पंजाबियों पर दिए बयान पर कई लोगों ने परवेश वर्मा को लीगल नोटिस भेजा है। जी हां, पंजाबियों के बारे में बीजेपी नेता परवेश वर्मा के दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। उनकी टिप्पणियों के खिलाफ कई लोगों ने कानूनी नोटिस भेजा है। बयान में परवेश वर्मा ने पंजाबियों के बारे में आपत्तिजनक बात कही थी, जिससे पंजाबियों के बीच नाराजगी फैल गई।

कई पंजाबी संगठनों और व्यक्तियों ने इसे समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला बताया और उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके परिणामस्वरूप, परवेश वर्मा को नोटिस भेजे गए हैं। यह मामला राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टिकोण से चर्चा में है और इसने विवाद पैदा कर दिया है।

इस पर प्रतिक्रिया देने वाले लोग इसे सांप्रदायिक और भड़काऊ बयान मानते हैं, जबकि परवेश वर्मा ने इसे गलत तरीके से पेश किया जाने का आरोप लगाया है। इस तरह के बयानों से किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना संवैधानिक और कानूनी दृष्टि से भी गंभीर हो सकता है।
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