चंबल एक्सप्रेस-वे के निर्माण को मिली हरी झंडी, इलाके में जल्द बहेगी विकास की गंगा

Share

भारत के विकास की नींव को मजबूत करने के लिए नितिन गडकरी लगातार देश में सड़कों का जाल बिछाने में जुटे हैं। आपको बता दें कि महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़ा उत्तर प्रदेश का इटावा जिला एक्सप्रेस-वे हब बनता जा रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के बाद अब चंबल एक्सप्रेस-वे भी यूपी के इटावा से होकर गुजरेगा। इसी के साथ तीन एक्सप्रेस-वे से जुड़ने वाला इटावा यूपी का पहला जिला माना जा रहा है।

ये भी पढ़ें: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने बयान को लेकर मांगी माफी, कहा-‘मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया गया’

एक समय था जब चंबल का इलाका कुख्यात डाकुओं के लिए जाना जाता है आज यही इलाका विकास की एक नई कहानी लिखने जा रहा है। प्रशासनिक और पुलिस की कसरत ने डाकुओं का खात्मा तो किया ही था और अब एक्सप्रेस-वे के जरिये विकास और रोजगार के नये रास्ते भी खुलेंगे।

चंबल एक्सप्रेस-वे खोलेगा विकास के नए रास्ते

चंबल एक्सप्रेस-वे के इटावा से होकर गुजरने की खबर के बाद जिले के लोग बेहद खुश हैं। लोगों को ऐसा लगता है कि तीनों एक्सप्रेसवे के जरिए इटावा में विकास की नई राह तो शुरू होगी ही, साथ ही रोजगार के नए नए रास्ते भी खुलेंगे। आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री  प्रो. रामशंकर कठेरिया बताते हैं कि इटावा में भरथना के पास नगरिया सरावा गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चंबल एक्सप्रेसवे का जुड़ाव होगा। इसके निर्माण पर करीब 8800 करोड़ खर्च आने का अनुमान है। चंबल एक्सप्रेसवे के इस साल आखिरी में शुरू हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है।

कितना लंबा होगा  चंबल एक्सप्रेसवे

राजस्थान के कोटा से शुरु होकर यूपी के इटावा तक करीब 400 किलोमीटर दूरी तय करने वाला चंबल एक्सप्रेस-वे फोरलेन का निर्माण होगा। आपको बता दें कि इसी साल नवंबर माह से चंबल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो जायेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और इटावा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रो.रामशंकर कठेरिया ने इस एक्सप्रेस-वे को जल्द से जल्द चालू करवाने के लिए मुलाकात भी की है।

ये भी पढ़ें:Nag Panchami 2022:  नाग पंचमी के दिन जानें पूजा करने का शुभ मुहूर्त, भूलकर भी न करें ये काम