संविधान है हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा : मल्लिकार्जुन खड़गे

New Delhi: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर संविधान प्रदत्त आजादी को कुचलने और इसमें कटौती करने का हरसंभव तरीका अपनाने का आरोप लगाया। साथ ही, कहा कि भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है।
संविधान निर्माताओं को अत्यंत श्रद्धा से नमन करते हैं
खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा कि भारत का संविधान हमारे लोकतंत्र की जीवन रेखा है। जब हम 74 वां संविधान दिवस मना रहे हैं, तो ऐसे में हम इसके निर्माताओं को अत्यंत श्रद्धा से नमन करते हैं। क्योंकि, उन्होंने प्रत्येक भारतीय के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों की गारंटी दी है।
सरकार पर लगाया आरोप
खड़गे ने कहा कि हमारे संविधान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान शासन संविधान प्रदत्त सभी स्वतंत्रताओं को कुचलने और कम करने के लिए हरसंभव तरीका इस्तेमाल कर रहा है।
सामाजिक बदलाव की आड़ में नफरत परोसी जा रही है
खड़गे ने संविधान दिवस के अवसर पर यह टिप्पणी की। दरअसल, आज ही के दिन 1949 में भारत ने संविधान को अपनाया था। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सामाजिक बदलाव की आड़ में नफरत परोसी जा रही है।
असहमति को दबाया जा रहा है
खड़गे ने कहा कि असहमति को दबाया जा रहा है, संस्थानों को सत्तावादी व्यवस्था लागू करने के बड़े खेल में मोहरा बनने की कगार पर धकेला जा रहा है और सामाजिक बदलाव की आड़ में नफरत परोसी जा रही है।
लोगों से किया अपील
कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा-आरएसएस पर संविधान पर व्यवस्थित और तीक्ष्ण हमला करने का आरोप लगाया और लोगों से विभाजन और नफरत की राजनीति के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।
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