Chhattisgarh: Coal mining case में ED की कई जगहों पर जारी है छापेमारी

Chhattisgarh: मंगलवार को कोयला खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। ये छापेमारी प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल और गिरफ्तार आरोपी सुनील अग्रवाल के ठिकानों पर की जा रही है। जानकारी के अनुसार, आरोपी प्रति टन 25 रुपये कमीशन ले रहे थे।
आपको बता दें कि फरवरी में भी प्रदेश के जनसंपर्क अधिकारी आर.पी. सिंह और श्रम समिति के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल सहित कांग्रेस के कई नेताओं के आवास पर छापेमारी की गई थी। हालांकि, अभी भी छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया, IAS अधिकारी समीर विश्नोई भी जांच के घेरे में हैं। गौरतलब है कि इस मामले में ईडी विश्नोई और चौरसिया को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है।
इस मामले में ईडी ने दिसंबर में सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, IAS समीर विश्नोई, सुनील अग्रवाल और कई अन्य की 152.31 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी। इसके पहले सितंबर में छत्तीसगढ़ के IAS समीर विश्नोई, इंद्रमणि ग्रुप के सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के अनुसार, अक्टूबर में सूर्यकांत तिवारी ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।
अक्टूबर में IAS अधिकारी रानू साहू ने ईडी को एक पत्र लिखा ये जानकारी बताया कि वो चिकित्सा अवकाश पर हैं। बिश्नोई से ईडी के अधिकारियों ने खानों से निकाले गए कोयले पर 25 रुपये प्रति टन के कथित कमीशन के संबंध में पूछताछ की थी।
ईडी ने लगातार दो दिनों तक छत्तीसगढ़ में भी छापेमारी की थी और करीब 4 करोड़ रुपये बरामद किए थे। आयकर विभाग ने इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार को एक पत्र लिखा था जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री के बेहद करीबी कुछ अधिकारी कोयले और अन्य व्यवसायियों से कमीशन/रिश्वत लेने में शामिल थे। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।