CM केजरीवाल ने फहराया तिरंगा, कहा – ‘अच्छी शिक्षा के बिना देश नहीं बन सकता विश्वगुरु…’

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77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभर में आजादी का जश्न पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सीआरपीएफ के जवानों और ऑफिस स्टाफ के साथ अपने आवास पर तिरंगा फहराया। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि आज पूरा देश आज़ादी की 76वीं वर्षगाँठ मना रहा है। राष्ट्रीय पर्व के इस गौरवशाली मौके पर CRPF के जवानों एवं ऑफ़िस स्टाफ़ के साथ सुबह अपने आवास पर अमर तिरंगा फहराया। जय हिंद।

दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में सीएम केजरीवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वाधीनता दिवस पर सभी दिल्ली वासियों को, देश वासियों को बधाई। मैं दिल से सलाम करता हूं, उन स्वतंत्रता सेनानियों को जिन्होंने कुर्बानियां देकर देश को आजादी दिलाई। उन जवानों को, जिन्होंने आज़ाद भारत की रक्षा में कुर्बानियां दीं, जान की बाज़ी लगा दी। उन लोगों को जिन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में भारत का नाम रोशन किया। सीएम ने कहा कि कुछ समय पहले, दिल्ली में भीषण बाढ़ आई थी, लेकिन दिल्ली वालों ने दिल्ली सरकार के साथ मिलकर केंद्र सरकार की मदद से इस आपदा का सामना किया।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पिछले तीन महीने से पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हो रही हिंसा का भी जिक्र किया। सीएम ने कहा कि आज मन व्यथित है। आज देश के कुछ हिस्सों में एक भाई-दूसरे भाई से लड़ रहा है। आज मणिपुर जल रहा है। वहां दो समुदाय एक दूसरे की दुकानें जला रहे हैं, हत्याएं कर रहे हैं। एक दूसरे की महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं। सीएम ने कहा हरियाणा में भी दो समुदाय आपस मे लड़ रहे हैं। ये साइंस का युग है, हम आपस मे लड़ते रहे तो भारत विश्वगुरु कैसे बनेगा? कैसे तरक़्क़ी करेगा? अगर भारत को दुनिया का नंबर 1 राष्ट्र बनाना है तो 140 करोड़ लोगों को एक टीम की तरह रहना पड़ेगा।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऐसा कौन सा विकसित देश है जहां 8–8 घंटे के पावर कट लगते हैं? जब तक भारत के घर-घर में 24 घंटे बिजली नहीं होगी, भारत विकसित देश नहीं बन सकता। इंडस्ट्री कैसे तरक्की करेगी? किसान कैसे बुआई करेगा? भारत में 4.25 लाख मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है और पीक डिमांड कितनी है —केवल 2 लाख मेगावाट। फिर भी पावर कट क्यों क्योंकि भ्रष्टाचार है। दिल्ली में भी था, पावर कट होते थे, सब खत्म किए।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं आज देश के सामने दो विकल्प रख रहा हूं। क्या 140 करोड़ लोगों के 200 यूनिट तक बिजली के बिस माफ होने चाहिए या चार अरबपतियों के डेढ़ लाख करोड़ रुपए के बैंकों के कर्ज माफ होने चाहिए। देश तय कर ले। जो देशवासी कहेंगे वही होना चाहिए। सीएम केजरीवाल ने लोगों से पूछा कि जब तक हमारे देश में पैदा होने वाले बच्चे को अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी तब तक क्या हमारा देश विश्वगुरु बन सकता है।

सीएम ने आगे कहा कि हमारे देश में 25 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं। इनमें 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में जाते हैं। अगर दिल्ली की बात छोड़ दें तो अधिकतर सरकारी स्कूल कबाड़खाने बने हुए हैं।

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