
Chhoti Diwali 2022: रविवार यानि 23 अक्टूबर को छोटी दिवाली (Choti Deepawali) मनाई जा रही है। इसे नरक चतुर्दशी या रूप चतुर्दशी के नाम से भी जानते हैं। हालांकि छोटी दिवाली व बड़ी दिवाली कुछ लोग 24 अक्टूबर को एक ही दिन मनाएंगे। शुक्रवार शाम 06 बजकर 03 मिनट से धनतेरस समाप्त हो जाएगा और नरक चतुर्दशी लग जाएगी। छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के दिन लोग यम पूजन व दीपदान करने के साथ एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं।

छोटी दिवाली पर मां लक्ष्मी, कुबरे देव की इस तरह करें पूजा
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 23 तारीख को शाम 06:04 मिनट से शुरू होकर 24 अक्टूबर शाम 05: 28 मिनट पर खत्म होगी। उदया तिथि के मुताबिक, छोटी दिवाली (Choti Deepawali) 24 अक्तूबर को भी मनाई जा सकती है। हालांकि, कुछ लोग 23 को भी यह त्योहार मनाएंगे। छोटी दिवाली के दिन यमराज की पूजा का खास महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से नरक में मिलने वाली यातनाओं से मुक्ति मिलती है।

छोटी दिवाली के दिन यमराज की पूजा का खास महत्व
छोटी दिवाली (Choti Deepawali) के दिन यमराज की पूजा का खास महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से नरक में मिलने वाली यातनाओं से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा अकाल मृत्यु भी टल जाती है। छोटी दिवाली के दिन दीपदान करना चाहिए। दिवाली की पूजा मुहूर्त में करने का विशेष महत्व माना जाता है। दिवाली के दिन भगवान गणेश ,मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है। इस दौरान विधि-पूर्वक पूजन करने से धन-वैभव बना रहता है।