Chhattisgarh: वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए: अमित शाह

Chhattisgarh: वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए: अमित शाह

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Chhattisgarh: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने कहा , “नक्सल प्रभावित जिलों में भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार की सभी योजनाओं का 100% क्रियान्वयन हो, ऐसे क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की प्रगति हो और ऐसी परियोजनाओं के दौरान आने वाली चुनौतियों को दूर किया जा सके, इसके लिए यह बैठक आयोजित की गई थी. अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए.”

4 दशकों में 17 हजार लोगों की जान गई

बैठक के दौरान अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद का खात्मा करने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि ‘अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए. विगत 4 दशकों में वामपंथी उग्रवाद के कारण करीब-करीब 17 हजार लोगों की जान गई हैं. 

2022 के बाद से कम हुई मौतों की संख्या

अमित शाह ने आगे कहा कि ‘2022 में ऐसा समय आया कि चार दशक में पहली बार मृत्य की संख्या 100 से कम हो गई। 2014-2024 तक सबसे कम वामपंथी उग्रवाद द्वारा की गई घटनाएं दर्ज की गई। वामपंथी उग्रवाद की जगह, इस विचारधारा की जगह, विकास का विश्वास लोगों में जेनेरेट करने की हमने सफलता प्राप्त की है। इसी तरह सुरक्षा बलों की मृत्यु में 73 प्रतिशत की कमी आई है और नागरिकों की मृत्यु में 69 प्रतिशत की कमी आई है।’

2026 तक देश को नक्सल मुक्त कराने का लक्ष्य

“पहले 10 वर्षों में 6617 सुरक्षाकर्मी और नागरिकों की मृत्यु हुई थी और अब इसमें 70% की कमी आई है. मुझे विश्वास है कि हमारी लड़ाई अंतिम चरण में पहुंच गई है और हम देश को मार्च 2026 तक पूरी तरह से नक्सल समस्या से मुक्त कर पाएंगे. जनगणना को लेकर कहा, “उचित समय पर करेंगे, जब तय करेंगे तब मैं घोषणा करूंगा कि कब होगा कैसे होगा.”

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