ChatGPT के लिए भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बाजार, वित्त मंत्रालय में हुआ बैन

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ChatGPT: ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन का भारत दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब एआई क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। चीन की कंपनी डीपसीक के उभरने के बाद चैटजीपीटी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में भारत के वित्त मंत्रालय ने डेटा सुरक्षा के मद्देनजर सरकारी उपकरणों पर चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे एआई टूल्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।

डीपसीक की बढ़ती लोकप्रियता का एक बड़ा कारण इसका कम लागत पर विकसित होना है। इसे केवल 60 लाख अमेरिकी डॉलर से कम खर्च में तैयार किया गया है और इसकी कंप्यूटिंग क्षमता भी चैटजीपीटी जैसे मॉडलों की तुलना में कम है। यह ऐपल के ऐप स्टोर पर शीर्ष रैंकिंग वाला मुफ्त ऐप बन चुका है। डेटा सुरक्षा को लेकर उठे सवालों के चलते भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और इटली जैसे देशों ने भी सरकारी उपकरणों पर डीपसीक के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है।

ओपनएआई के लिए भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार

भारत दौरे के दौरान सैम ऑल्टमैन ने देश में एआई के क्षेत्र में चल रहे प्रयासों की सराहना की। फायरसाइड चैट में उन्होंने बताया कि भारत ओपनएआई के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है, जहां पिछले वर्ष की तुलना में उपयोगकर्ताओं की संख्या तीन गुना बढ़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत स्टैक, चिप्स और एआई मॉडल्स के विकास के विभिन्न स्तरों पर उल्लेखनीय काम कर रहा है। इस बातचीत में केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे।

मीटिंग के दौरान भारत में एआई के आगामी तीन मॉडलों और चिप डिजाइन से संबंधित परियोजनाओं पर चर्चा की गई। ऑल्टमैन ने भारत को पूरी क्षमता के साथ एआई क्षेत्र में अग्रणी बनने की सलाह दी और कहा कि देश को एआई क्रांति में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने भारत के तेजी से तकनीक अपनाने और नवाचारों की दिशा में किए जा रहे कार्यों की भी प्रशंसा की।

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