सेंट्रल विस्टा में बिछेगी यूपी के भदोही जिले की कालीन, बढ़ाएगी संसद भवन की शान
भदोही के बुनकरों की अंगुलियों का जादू 28 मई को पूरी दुनिया देखेगीं और मौका होगा नए संसद भवन के लोकार्पण का।जर्मनी, अमेरिका सरीखे देशों में अपनी मखमली कालीनों की चमक बिखेर चुकी भदोही जिले की हैंड नाटेड (हस्त निर्मित) कालीन सेंट्रल विस्टा की शोभा बनकर उसकी शान बढ़ाएगी। 1400 कालीन बुनकरों ने 6 महीने में अपने हाथों से 348 कालीन तैयार किए हैं।
प्रोडक्शन मैनेजर सुधीर राय ने बताया कि कालीन के एक इंच में 120 गांठे लगी हुई हैं। साथ ही यह कालीन उच्च गुणवत्ता युक्त हैं। इसकी आयु 100 वर्ष से कम नहीं हैं। उन्होंने जानकारी दी कि जैसी कालीन सेंट्रल विस्टा में लगाई जा रही है उसकी सबसे अधिक मांग अमेरिका में होती है। कालीन निर्माता कंपनी ओबीटी के प्रेसिडेंट (प्रशासन) आइबी सिंह ने बताया कि कालीन तैयार करने के लिए कंपनी को अक्टूबर 2021 में आर्डर मिला था। सात महीने के अदंर 6 हजार स्क्वायर यार्ड एरिया कवर करने के लिए 348 पीस कार्पेट तैयार करने को कहा था। 6 महीने में ही हस्त निर्मित कालीन तैयार कर मई 2022 में भेज दिया था। सेंट्रल विस्टा के लोक सभा और राज्य दोनों सदनों में कालीन की फीडिंग के लिए यहां से श्रमिकों को भेजा गया था। यह काम भी पूरा हो गया हैं। कालीन की डिजाइन सेंट्रल विस्टा तैयार कर रही एजेंसी की ओर से उपलब्ध कराई थी।ओबोटी कंपनी इंग्लैंड की है। सारे शेयर कोलकाता के रुद्र चटर्जी ने खरीदें है।
क्या हैं हस्त निर्मित कालीन
हस्त निर्मित कालीन एक परंपरागत कालीन है। कच्चे माल से लेकर इसकी बुनाई तक की कारीगारी बुनकरों के हाथों से होती है। केवल हाथ से बने होने के कारण यह सामान्य कालीनों के मुकाबले महंगे होते हैं। इसकी गुणवत्ता बेहतर होती है। इसे दूर से देखकर ही पहचाना जा सकता है। देश भर के कालीन उत्पादन का लगभग चालीस प्रतिशत कालीन अकेले भदोही जिले में ही होता है।