मार्केट में अगले हफ्ते तेजी का अनुमान, यूएस जॉब डेटा के साथ ये फैक्टर्स निभाएंगे अहम भूमिका

लगातार 5 हफ्तों तक लाल निशान में कारोबार करने के बाद अब घरेलू शेयर में तेजी लौटते दिख रही है। शुक्रवार को पहली तिमाही में 7.8% की जबरदस्त आर्थिक ग्रोथ, मैन्युफैक्चरिंग PMI 58.6 पर पहुंचने और अगस्त महीने में ऑटो बिक्री के आंकड़े रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद घरेलू शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ। चीन में रियल एस्टेट और अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के लिए राहत पैकेज और फेड की ओर से अगली बैठक में दरों पर ब्रेक लगाए रखने के कयास से भी घरेलू बाजार को सपोर्ट मिला। इसके पहले लगातार 4 हफ्तों तक बाजार में कमजोरी का सेंटीमेंट बना रहा।
दुनिया भर के निवेशकों की नजर अगले सप्ताह US जॉब डेटा यानी लेबर रिपोर्ट पर रहेगी। लेबर मार्केट अब तक लचीला बना हुआ है और अगस्त के लिए नॉन-फॉर्म पेरोल 1.87 लाख पर आ गया है, जबकि एनालिस्ट्स का अनुमान 1.8 लाख है। हालांकि, अन्य डेटा संकेत देते हैं कि अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है। अगस्त में बेरोजगारी दर 3.5% के अनुमान के मुकाबले बढ़कर 3.8% हो गई।
S&P ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग PMI जुलाई के 49 से गिरकर अगस्त में 47.9 हो गई, हालांकि यह 47 के अनुमान से बेहतर है। इसके अलावा, ISM मैन्युफैक्चरिंग के नए ऑर्डर अगस्त में 46.8 पर आ गए, जबकि पिछले महीने में यह 47.3 था और अनुमान 48 का था। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि फेड इस महीने के अंत में पॉलिसी मीटिंग में दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बाजार की दिशा तय करने में चीन के रियर एस्टेट सेक्टर में समस्याएं और अमेरिका की बॉन्ड यील्ड अहम भूमिका निभाएंगी। इसके अलावा यूएस का जॉब डेटा, एसएंडपी ग्लोबल सर्विसेज पीएमआई डेटा और फेड का मॉनेटरी पॉलिसी का आउटलुक पर भी निगाह रखनी होगी।
जियोजित फाइनेंसिय सर्विसेज के विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में कोई बड़ा कारण मौजूद न होने के चलते बाजार की चाल वैश्विक फैक्टर्स पर निर्भर करेगी। इसमें अमेरिका और चीन से आने वाला डेटा एक बड़ी अहम भूमिका निभाएगा।
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