बायजूस ने रिस्ट्रक्चरिंग के तहत बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की बनाई योजना, रिस्ट्रक्चरिंग के तहत छंटनी

बायजूस, भारत की सबसे बड़ी शिक्षा-तकनीक कंपनी, 4000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का प्लान बना रही है। नए CEO, अर्जुन मोहन, कंपनी में बड़े पैमाने पर बदलाव कर रहे हैं, जिससे कंपनी में छंटनी होने का खतरा है। पिछले साल, कंपनी ने 2500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था, और इससे पहले भी 1000 कर्मचारियों को अलग कर दिया था।
बता दें सीनियर अधिकारीयों को भी नौकरी से निकाला जाएगा और कॉन्ट्रैक्ट एम्प्लॉइज को भी प्रभावित किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदर्शन में कमी करने वालों को भी निकाला जाएगा। कंपनी द्वारा बिजनेस रिस्ट्रक्चरिंग की अंतिम चरण में है, जिसके तहत ऑपरेशन को सरल बनाने और कैश फ्लो को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है।
कंपनी अभी नकदी की कमी से जूझ रही है। नकदी संकट को दूर करने के लिए बायजूस ने अपनी दो प्रमुख संपत्तियों एपिक और ग्रेट लर्निंग को बेचने का फैसला किया है। इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों से कंपनी नियामक जांच का सामना कर रही है। जुलाई में कंपनी के ऑडिटर डेलॉइट हास्किन्स एंड सेल्स ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया कि एडटेक फर्म को उनके वित्तीय परिणाम तैयार करने में मदद करने में सहयोग नहीं कर रहा है।
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