फर्जी वीडियो पर मायावती ने लगाई कांग्रेस को जमकर लताड़

राजस्थान में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे इंडि अलायंस में आपसी रस्साकशी या फिर यूं कहें कि आपसी कलह देखने को मिल रही हैं। चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद अब सोशल मीडिया पर कई वरिष्ठ नेताओं के सियासी बयान सामने आ रहे है। जहां इस बार बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अपने एक कथित फर्जी वायरल वीडियो पर नाराजगी जाहिर करते हुए कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है। बता दें कि कुछ दिनों से मायावती का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह कथित तौर पर कांग्रेस पार्टी को हराने की अपील करती नजर आ रही हैं। जहां अब इस वीडियो को फर्जी बताते हुए मायावती ने कांग्रेस पार्टी को जमकर लताड़ा है।
‘फर्जी और गलत बातें फैला रही कांग्रेस’ – मायावती
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार की वकालत करने वाले एक वीडियो को मायावती ने फर्जी बताते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। मायावती ने अपनी इस वीडियो को कथित तौर पर फर्जी बताते हुए एक के बाद एक लगातार 3 ट्वीट किए हैं जिसमें वह कांग्रेस को षडयंत्रकारी बताते हुए जनता से सावधान रहने की अपील करती नजर आ रहीं हैं।
मायावती ने ट्वीट किया, “मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान आदि में मतदान पूर्व ‘चाहे बीजेपी जीत जाए, किंतु कांग्रेस को नहीं जीतना चाहिए’ जैसा विशुद्ध गलत व फर्जी वीडियो का कांग्रेस द्वारा प्रचारित करना दुर्भाग्यपूर्ण व उनकी हताशा का प्रतीक। यह षडयंत्र बीएसपी की मजबूत स्थिति को देखते हुए है। लोग सावधान रहें।”
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, “कांग्रेस का इन राज्यों में अति-मिथ्या प्रचार जारी है, जबकि बीएसपी की ओर से चुनावी सभाओं में लोगों से वोट देने और विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से सावधान रहने की अपील की गई, जो पार्टी की मजबूत स्थिति को देखते हुए कांग्रेस की बौखलाहट से स्पष्ट है।”
आखिरी में उन्होंने कहा, “अब जबकि मतदान नजदीक है विरोधी पार्टियों में भी खासकर कांग्रेस द्वारा, बीजेपी से मजबूती से लड़ने के बजाय, बीएसपी विरोधी अपनी पुरानी नापाक हरकतों व साजिशों को जारी रखना घोर अनुचित व दुर्भाग्यपूर्ण, जिससे लोग सावधान रहें और चुनाव आयोग भी इसका समुचित संज्ञान ले।”
बता दें कि इस बार के राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश चुनावों में बहुजन समाज पार्टी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। जिसके चलते राजनीतिक हलको में बसपा के इस कदम से इन राज्यों में पार्टी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।