छात्र की मौत पर कोलकाता में भड़की हिंसा, पुलिस ने छोड़े टीयर गैस के गोले, कई बच्चे बीमार
कोलकाता के बेहाला में बारिशा हाई स्कूल के सामने ट्रक ने एक छात्र को कुचल दिया। जिसके बाद उत्तेजित जनता ने पुलिस वैन में आग लगा दी। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने स्कूल गेट के सामने आंसू गैस के गोले दागे। जिससे की कई बच्चे बीमार हो गये। पुलिस स्कूल के बाहर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करती रही, तो दूसरी ओर बच्चे स्कूल के अंदर बिलखते रहे। हालांकि स्थिति अब पुलिस के कंट्रोल में है। जब मामला शांत हुआ, तो अभिभावकों अपने बच्चों को लेकर घर गए।
बता दें कि आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के कारण कई बच्चे बीमार पड़ गए हैं। इसके बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए भड़क गये। उन्होंने पुलिस पर अति सक्रियता का आरोप लगाया है।
हादसे में एक बच्चे की मौत से बेहाला चौराहे पर सुबह 6:30 बजे से ही अफरा-तफरी मच गई थी। स्थानीय लोग विरोध में उतर आये। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा अपना कर्तव्य नहीं निभाने के कारण क्षेत्र में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। पुलिस पर रिश्वत लेने के भी आरोप लगे।
इस बीच महिलाओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. कथित तौर बारिशा हाई स्कूल के सामने एक आंसू गैस के गोले छोड़े गये। इससे बच्चों और शिक्षकों की आंखे जलने लगी और कई बच्चे बीमार पड़ गये।
इससे स्कूल परिसर धुएं से भर गया। बच्चे स्कूल में फंसे हुए थे। अभिभावक स्कूल में घुसने का प्रयास किया. पुलिस ने परिसर में घुसने की भी कोशिश की। विद्यालय में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई. इस बीच धुएं से कई बच्चे बीमार पड़ गये।
पूरी घटना की पुलिस से शिकायत करते हुए बारिशा हाई स्कूल के हेडमास्टर रोते-बिलखते रह गए. उन्होंने सवाल उठाया कि स्कूल परिसर में आंसू गैस सेल क्यों फोड़ा गया. इसके अलावा उन्होंने कई बार पुलिस से क्षेत्र में यातायात नियंत्रण की व्यवस्था करने को कहा था, क्योंकि वह क्षेत्र दुर्घटनाओं की दृष्टि से संवेदनशील है.
बेहाला चौरास्ता जैसे महत्वपूर्ण इलाके में इस तरह की दुर्घटना के लिए स्थानीय निवासी पुलिस पर उंगली उठा रहे हैं। घटना के बाद शुक्रवार की सुबह इलाके के लोग और बारिशा स्कूल के छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल के सामने उग्र अंदाज में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
वे यह सवाल उठाकर स्कूल के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं कि छात्रों की सुरक्षा कहां है। उनकी शिकायत है कि उस सड़क पर यातायात नियमों का पालन नहीं होता, पुलिस उस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। वे पुलिस पर पैसे लेने के विस्फोटक आरोप भी लगा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि ट्रक उस सड़क से तेजी से भागी क्योंकि पुलिस ने पैसे लिए थे। आरोप है कि आज की घटना उसी की देन है। उनका सवाल है कि हमारे बच्चों की सुरक्षा कहां है? उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं एक नहीं बल्कि एक बार हो रही हैं, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन होश में नहीं आ रहा है।
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