Advertisement

सहारा में फंसे निवेशकों का इंतजार हुआ खत्म, अमित शाह ने सहारा रिफंड की पहली किस्त की जारी

Share
Advertisement

अगर आपका भी पैसा सालों से सहारा इंड‍िया में फंसा हुआ है तो यह खबर आपके िल‍ए क‍िसी लॉटरी से कम नहीं है। जी हां, सहारा में फंसे पैसों की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। केंद्र सरकार की तरफ से सहारा रिफंड पोर्टल को लॉन्च किया था। आपको बता दें केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज इन्वेस्टर्स को बड़ा तोहफा दिया है, जो सालों से फंसे अपने पौसों को वापस पाना चाह रहे थे। अब उन निवेशकों के की वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। दरअसल, केंद्रीय गृह अमित शाह ने शुक्रवार को दिल्ली में सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं की राशि ट्रांसफर की है। केंद्रीय मंत्री ने 112 लाभार्थियों को 10-10 हजार रुपये की पहली किस्त ट्रांसफर की है।

Advertisement

शाह ने कहा कि , “अब तक 18 लाख निवेशकों ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। आज 112 निवेशकों के बैंक खाते में करीब 10000 रुपये हस्तांतरित किए गए हैं।” शाह ने कहा कि ऑडिट पूरा होने के बाद धन की अगली किस्त जल्द ही हस्तांतरित की जाएगी। उन्होंने जमाकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में सभी जमाकर्ताओं को उनका धन मिल जाएगा। शाह ने कहा कि कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं जो सहकारिता पर विश्वास को हिला देती हैं। हालांकि, यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि निवेशकों का पैसा सुरक्षित रहे और उन्हें वापस मिले। 

इसी के साथ आपको बता दें पहले फेज में जमाकर्ताओं को 10,000 रुपए तक का ही रिफंड मिलेगा। यानी अगर जमा राशि 20,000 भी है तब भी केवल 10,000 रुपए ही ट्रांसफर होंगे। लगभग 1.07 करोड़ निवेशक ऐसे हैं जिन्हें पूरा पैसा मिलेगा क्योंकि उनका निवेश 10,000 रुपए तक का है।

शाह ने कहा कि पहले फेज में कुल 4 करोड़ निवेशकों को रिफंड दिया जाएगा। 5000 करोड़ रुपए के रिफंड के बाद, हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और उनसे ज्यादा फंड जारी करने का अनुरोध करेंगे ताकि 10,000 से ज्यादा राशि वाले निवेशकों को पूरा पैसा लौटाया जा सके।

ये भी पढ़ें: इमरान खान को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट से लगा झटका, तोशाखाना मामले में हुई याचिका खारिज

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *