
2016 की नोटबंदी तो आपको याद ही होगी जब 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए गए थे और एक आम आदमी के लिए काफी मुसीबते भी खड़ी हो गईं थीं। अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर आज अपना फैसला सुनाते हुए पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने केंद्र के 2016 के डिमॉनेटाइजेशन के फैसले को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि नोटबंदी से पहले केंद्र और आरबीआई के बीच सलाह-मशविरा हुआ था। पांच जजों में से 4 जजों ने तो नोटबंदी को लेकर सही सहमति जताई तो एक जज ने इस नोटबंदी को लेकर असहमति जताई।