Sam Pitroda के ‘विरासत टैक्स’ वाले बयान से मचा घमासान, कांग्रेस ने किया किनारा, जानने के लिए पढ़ें पूरी सियासी कहानी
Sam Pitroda: लोकसभा चुनाव से पहले देश की सियासत संपत्ति और मंगलसूत्र को लेकर गरमाई हुई है। ऐसा उस वक्त हुआ जब पीएम मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो वो लोगों की संपत्तियां लेकर ज्यादा बच्चों वालों और घुसपैठियों को बांट देगी। इसके बाद से ही कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है।
Sam Pitroda: प्रिंयका गांधी का पलटवार
पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा कि ‘जब देश में जंग हुई थी तब इंदिरा गांधी ने अपना सोना देश को दिया था और मेरी मां का मंगलसूत्र (राजीव गांधी) इस देश को कुर्बान हुआ है।’ वहीं इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भी कुछ ऐसा बयान दिया कि देश की सियासत फिर गरमा गई। उन्होंने संपत्ति वितरण को लेकर एक विवादति बयान दिया है।
Sam Pitroda: सैम पित्रोदा के इस बयान से मचा बवाल
उन्होंने विरासत टैक्स का समर्थन करते हुए कहा कि अमेरिका में विरासत कर (टैक्स) लगता है। अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 फीसदी अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है। कांग्रेस नेता के इस बयान पर भाजपा ने आपत्ति जाहिर की है।
यूं दी सफाई
हालांकि जब सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद विवाद बढ़ा तो उन्होंने सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका में विरासत कर पर एक व्यक्ति के रूप में मैंने जो कहा उसे मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया।
उन्होंने आगे कहा कि ‘मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका में विरासत कर का उल्लेख किया था. क्या मैं तथ्यों का उल्लेख नहीं कर सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी. इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है।’
जयराम रमेश ने झाढ़ा पल्ला
सैम पित्रोदा के बयान पर जयराम रमेश ने पल्ला झाढ़ते हुए कहा कि ‘सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है।’
जयराम रमेश ने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार ऐसा नहीं भी होता है। ये उनकी व्यकितगत राय है।
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