राजस्थान:नकली दूध बेचने वालों का हुआ पर्दाफाश, सरकारी महकमें ने नाली में बहाया 1500 लीटर दूध

एक तरफ देश में लोग दिवाली की तैयारियां करने में जुटें हैं वहीं कुछ लोग अपने व्यापारिक फायदे के लिए लोगों को चूना लगाने के फिराक में हैं। आज राज्स्थान में सरकारी अमला शख्त लहजे में नजर आया है। आपको बता दें कि इस खास पर्व से पहले राजस्थान में चलाए जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत बड़े पैमाने पर मिलावटी दूध, पनीर और मावे (Adulterated milk, paneer and mawa) के खिलाफ ताबड़तोड कार्रवाइयां की जा रही है।
दीवाली से पहले राजस्थान (Rajasthan) में चलाए जा रहे ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान के तहत बड़े पैमाने पर मिलावटी दूध, पनीर और मावे (Adulterated milk, paneer and mawa) के खिलाफ कार्रवाइयां की जा रही है. इसके तहत राजस्थान के मेवात इलाके में स्थित अलवर जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है।
कहां की विभाग ने छापेमारी?
इस इलाके में विभाग ने 1500 लीटर मिलावटी दूध को जब्त कर उसे खेत में फेंकवा दिया. दूध में मिलावट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इससे आसपास के इलाके में भारी दुर्गंध फैल गई. कार्रवाई की खबर से वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई.
बता दें कि दीवाली पर्व पर मिलावटी और सिंथेटिक दूध का कारोबार का बढ़ना तो एक आम बात हो गई है। जानकारी के हिसाब से मेवात इलाके में इस कारोबार को करने वाले कई बड़े माफिया सक्रिय हैं। ऐसे में सरस डेयरी और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों की ओर से संयुक्त रूप से कार्रवाइयों को अंजाम दिया जा रहा है।
इसी के अंतर्गत शनिवार को राजस्थान अलवर जिले के तिजारा इलाके के शेखपुर हमीरखां गांव में सरस डेयरी चेयरमैन ने मिलावटी दूध से भरे टैंकर को पकड़ा गया, इसके बाद मौके पर ही टैंकर में भरा 1500 लीटर मिलावटी दूध को खेत में फैलाकर नष्ट कराया गया। ये भी देखा गया कि उस समय उस दूध में बुरी दुर्गंध भी आ रही थी।