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पीएम मोदी 13 जनवरी को लग्जरी क्रूज एमवी गंगा विलास को दिखाएंगे हरी झंडी, वाराणसी से बांग्लादेश का सफर करेगा तय

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ड्रीम प्रोजेक्ट ‘वॉटरवे’ के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को दुनिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज का उद्घाटन करने जा रहे है। ये क्रूज वाराणसी से यात्रा की शुरुआत के बाद बिहार से होते हुए असम के बह्मपुत्र नदी से डिब्रूगढ़ तक जाएगा।

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फिलहाल दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज ‘एमवी गंगा विलास’ काशी पहुंच चुका है । ये क्रूज वाराणसी से करीब 3200 किमी की लंबी दूरी तय करते हुए अपनी मंजिल तक पहुंचेगा। 

लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा रिवर क्रूज अभी अपने सफर पर निकला भी नहीं है कि राजनीति ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। मोदी सरकार के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का विरोध शुरू होने लगा है।

इस मामले में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस क्रूज को बिहार में रोकने तक की बात कही है। ललन सिंह ने चेतावनी दी कि वो बिहार के अंदर केंद्र सरकार की योजना को नहीं चलने देंगे।

आपको बता दे कि एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नदी में चलने वाला क्रूज जहाज ‘एमवी गंगा विलास’ भारत और बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 रिवर सिस्टम के रास्ते अपनी मंजिल पर पहुंचेगा। यह क्रूज देश के 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल से गुजरता हुआ बांग्लादेश तक जाएगा। इस लंबे सफर में एमवी गंगा विलास क्रूज पटना, साहिबगंज, कोलकाता, ढाका और गुवाहाटी जैसे 50 पर्यटक स्थलों से होकर गुजरेगा। 

बयान के मुताबिक, वाराणसी में गंगा नदी पर होने वाली मशहूर गंगा आरती के साथ यह क्रूज अपने सफर पर निकलेगा। इस सफर में वह प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल सारनाथ, तंत्र गतिविधियों के लिए मशहूर मायोंग और नदी में बने द्वीप माजुली भी जाएगा। क्रूज के इस पहले सफर में स्विट्जरलैंड के 32 सैलानी शामिल होंगे।

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