Advertisement

देश पर लगातार कोरोना का गहराता संकट, 13,086 नए मामले आए सामने, 24 की मौत

Corona Update
Share
Advertisement

Corona Update: भारत में लगातार कोरोना की रफ्तार (coronavirus in india) बढ़ती जा रही है। स्वास्थय मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 13,086 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं। वहीं 12,456 लोग कोरोना से रिकवरी कर चुके हैं और 24 लोगो की कोरोना से मौत भी दर्ज़ की गई है और एक्टिव मामले 1,13,864 हैं।

Advertisement

देश पर लगातार कोरोना का गहराता संकट

कोरोना वायरस (Coronavirus) करीब ढाई साल बाद भी दुनिया का पीछा छोड़ने को तैयार नहीं है अब इजरायल के एक वैज्ञानिक डॉक्टर शाय फ्लीशोन ने एक और बड़ा दावा करते हुए बताया है कि भारत के 10 राज्यों में कोरोनावायरस का एक नया सब-वैरिएंट BA.2.75 मिला है जो भारत के लिए चिंता का विषय बन सकता है।

13,086 नए नए मामले आए सामने

वैज्ञानिक ने ये भी दावा किया है कि BA.2.75 के 2 जुलाई तक 85 सीक्वेंस अपलोड किये गए हैं। इनमें से ज्यादा भारत (10 राज्य) से हैं। बाकी सात अन्य देशों से हैं। फिलहाल ट्रांसमिशन की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। Shay Fleishon ने इन कोविड केसों के बारे में विस्तार से बताया भी है।

सबसे ज्यादा 27 केस महाराष्ट्र से सामने आए

डॉक्टर शाय के मुताबिक, 2 जुलाई तक भारत में कोविड के नए सबटाइप के 69 केस मिले थे। इसमें सबसे ज्यादा 27 केस महाराष्ट्र से सामने आए हैं, 13 पश्चिम बंगाल, एक-एक दिल्ली और जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश, छह हरियाणा, तीन हिमाचल प्रदेश, 10 कर्नाटक, पांच मध्य प्रदेश, दो तेलंगाना में कोरोना के केस मिले हैं।

BA.2.75 चिंता पैदा करने वाला जरूर

Shay Fleishon ने ये भी दावा किया है कि BA.2.75 को सेकेंड जेनरेशन वैरिएंट बताया है और ये भी लिखा गया है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सेकेंड जेनरेशशाय फ्लीशोन ने आगे ट्वीट करते हुए यह भी लिखा कि BA.2.75 क्या आने वाले वक्त में दुनियाभर में फैल जाएगा यह इतनी जल्दी सामने नहीं आ सकता। लेकिन BA.2.75 चिंता पैदा करने वाला जरूर है।

भारत की इस वैरिएंट को लेकर आखिर क्या है प्रतिक्रिया

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानि (ICMR) के टॉप वैज्ञानिक डॉक्टर समीरन पांडा ने एक इंटरव्यू के दौरान इसपर बात करते हुए कहा कि एक तरफ हीं भारतीय वैज्ञानिक कहते हैं अभी पैनिक बटन दबाना जल्दबाजी होगी। डॉक्टर समीरन पांडा ने कहा कि नए वैरिएंट का मिलना असामान्य नहीं है। जैसे-जैसे वायरस सुस्त पड़ता जाएगा तो वैरिएंट सामने आएंगे। समीरन पांडा के मुताबिक, म्यूटेशन होना ही है, इसको लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए।

रिपोर्ट- अंजलि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें