Babar Murder Case: बाबर की मां से सीएम योगी, बोले- दूसरे बेटे की तरह निभाऊंगा कर्तव्य

कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक दर्दनाक घटना हुई। जिसमें एक भाजपा समर्थक मुस्लिम युवक बाबर अली की हत्या कर दी गई वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर लोगों में मिठाई बांटी थी और जश्न मनाया था। कुशीनगर (Kushinagar) में हुए बाबर हत्याकांड (Babar Murder Case) को योगी सरकार (Yogi Government) ने गंभीरता से लिया है।
बाबर की मां से सीएम योगी ने की फोन पर बात
सीएम ने मृतक के परिवार से फोन पर बात की और बाबर की मां से कहा कि मैं भी आपका बेटा हूं, दोषीयों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही सीएम ने 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा भी की। बता दें कि अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच करने के निर्देश देते हुए लापरवाही बरतने पर एसएचओ दुर्गेश सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
प्रशासन ने नहीं लिया समय पर संज्ञान
सीएम के निर्देश के बाद बाबर हत्याकांड (Babar Murder Case) की जांच में अपर जिला मजिस्ट्रेट देवीदयाल वर्मा और अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह संयुक्त रूप से घटना की जांच कर रहे हैं। सोमवार की देर शाम को डीआईजी जे रविन्द्र गौड़ ने भी कर बाबर के परिजनों से घटना की जानकारी ली। वहीं बाबर हत्याकांड में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई थी। बाबर की पत्नी ने पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से गुहार लगाई थी। 2 फरवरी को ही बाबर की पत्नी फातमा ने डीएम और एसपी को प्रार्थना पत्र दिया था जिसके बाद दोनों अधिकारियों ने रामकोला एसओ को निर्देशित किया था, लेकिन रामकोला थाना प्रभारी ने लापरवाही बरती जिसका अंजाम ये हुआ।
मामला आखिर है क्या
बाबर अली रामकोला थाने के कठघरही गांव का निवासी था जिसने विधानसभा चुनाव में कुशीनगर से भाजपा प्रत्याशी पीएन पाठक के समर्थन में प्रचार किया और जीत के बाद मिठाई बांटी थी। जिसके बाद से ही पट्टीदारी के लोग इस बात से नाराज थे और बाबर से खार खाये हुए थे। ठीक 20 मार्च को पट्टीदारों ने बाबर के साथ मारपीट की और उसे अधमरा कर दिया और फिर 25 मार्च को उसकी लखनऊ में इलाज के दौरान मौत (Babar Murder Case) हो गई। इसके बाद पुलिस ने मुकदमे में धारा 304 बढ़ा दी। मामले में सीएम योगी ने निष्पक्ष जांच के आदेश दिए है।