Patna: केके पाठक के खिलाफ गुस्सा, राबड़ी बोलीं बिहार में अफसर शाही…

Anger on KK Pathak
Anger on KK Pathak: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले शिक्षकों की स्कूल टाइमिंग को लेकर पक्ष और विपक्षी नेताओं में जो नाराजगी थी वो अब केके पाठक के प्रति और बढ़ गई है। वहीं आरोप है कि केके पाठक ने शिक्षा पदाधिकारियों से एक मीटिंग में अपशब्दों का प्रयोग किया। ऐसे में उन्हें पद से हटाए जाने की मांग भी जोर पकड़ रही है। सीएम नीतीश स्कूल टाइमिंग में परिवर्तन की बात करते हुए आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा। तो वहीं विधान परिषद में नेता विपक्ष राबड़ी देवी ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एनडीए की राज में अफसरशाही और गुंडा राज है।
‘अधिकारी मनमानी करने लगे हैं’
बिहार विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार ने अफसरों का मन बढ़ाया है। अधिकारी बिहार के मनमानी करने लगे हैं। अफसर शाही और गुंडाराज है। उन्होंने कहा, अधिकारी का मन बीजेपी ने भी बढ़ाया है मुख्यमंत्री ने उनके साथ दिया है। राजद विधायक का विधानसभा में अपमान पर कहां के अध्यक्ष को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
‘भाजपा को जनता वोट नहीं देती’
वहीं तेजस्वी प्रसाद की यात्रा में लोगों की भीड़ पर कहा उत्साहित कि लोग पलटू राम को हटाने के लिए उत्साहित हैं। बीजेपी के दावे 400 के पार पर राबड़ी देवी ने कहा कि भाजपा evm मशीन में खेल करती है। जनता वोट नहीं देती है। उसके बाद भी बीजेपी जीत जाती है।
सीएम से इस्तीफे की मांग
नीतीश कुमार की विद्यालय टाइमिंग को लेकर कही गई बात पूरी न होने पर विपक्ष के नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा है। आरजेडी कांग्रेस और वामपंथी दलों के विधायकों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बात केके पाठक के नहीं मानने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग की।
‘केके पाठक की हो मानसिक जांच’
वहीं विधान परिषद में भड़के पक्ष-विपक्ष के एमएलसी ने केके पाठक के खिलाफ खासी नाराजगी जाहिर की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कथित रूप से अपशब्द का प्रयोग किए जाने पर भड़के पक्ष-विपक्ष के एमएलसी ने उनकी तीखी आलोचना की। जदयू के वरिष्ठ एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि केके पाठक को मानसिक जांच के लिए रांची या आगरा भेजा जाए। बीजेपी के एमएलसी राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि वह पूर्व में भी ऐसी बातें करते रहे हैं एक मेडिकल बोर्ड गठित करके मानसिक अवस्था की जांच की जाए।
‘अमर्यादित बात पर होगी कार्रवाई’
बिहार विधान परिषद सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने केके पाठक के अभद्र व्यवहार बातचीत का संज्ञान लिया। विधान परिषद की कार्रवाई में वीडियो न देखने के साथ अपने चेंबर में वीडियो देखने की मांग की गई। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में वीडियो न टेलीकास्ट करने की बात रखी। कहा गया कि विधान परिषद के जो भी सदस्य वीडियो विधान परिषद सभापति के साथ देखना चाहते हैं, उनके कक्ष में देखेंगे। अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग केके पाठक के वीडियो में अगर अपशब्द या कोई गलती या अमर्यादित बात हुई तो कार्रवाई होगी।
शिक्षकों के अपमान से आहत हूं- संजय मयूख
वहीं बीजेपी के विधान पार्षद संजय मयूख ने कहां कि केके पाठक की तानाशाही को लेकर हमने सदन में अपनी बात रखी है. मेरा पूरा परिवार केके पाठक के शिक्षकों को अपशब्द कहे जाने पर दुखी है. मेरे पूरे परिवार ने शिक्षा विभाग में योगदान दिया है. हमने भी शिक्षकों से पढ़ाई पढ़ी है. इस तरीके से केके पाठक ने अफसर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गाली दी यह कहीं से भी उचित नहीं है. हमने वह वीडियो रिकॉर्डिंग सभापति को दिखाने की कोशिश की है. सभापति ने कहा है कि अपने कक्ष में बुलाकर यह वीडियो देखेंगे। कोई भी आपत्तिजनक बात होगी तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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