‘मिशन कश्मीर’ पर अमित शाह फिर एक्टिव, साल के अंत में चुनाव होने के संकेत

अनुसूचित जनजाति से जुड़े गुर्जर बकरवाल मुस्लिम समुदाय से आने वाले गुलाम अली खटाना को भाजपा ने हाल ही में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘मिशन कश्मीर’ पर एक बार फिर से एक्टिव हो गए है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमित शाह 1-2 अक्टूबर को कश्मीर दौरे पर रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार अमित शाह पहाड़ी समुदाय के लिए आरक्षण की घोषणा कर सकते हैं। यहां जम्मू के पुंछ, राजौरी जिले में पहाड़ी समुदाय के लोग ज्यादा तादाद में है।
बता दें कि गुर्जर बकरवाल जम्मू-कश्मीर में एसटी में आते हैं और इनमें हिंदू एवं मुस्लिम दोनों होते हैं। यहां बड़ी आबादी मुस्लिमों की ही है। कश्मीर में मुस्लिमों के बीच पैठ बनाने की कोशिश के तहत भाजपा बकरवालों पर निशाना साध रही है। जम्मू-कश्मीर को लेकर तीन सदस्यों का परिसीमन आयोग गठित किया गया था। अपने अंतिम आदेश में कश्मीर में विधानसभा सीट की संख्या 47 जबकि जम्मू में 43 रखने की अपील की। इसमें जम्मू में 6 जबकि कश्मीर में एक अतिरिक्त सीट का प्रस्ताव रखा गया था। वहीं राजौरी और पुंछ के कई क्षेत्रों को अनंतनाग संसदीय सीट के तहत लाया गया है।
साल के अंत में चुनाव होने के संकेत
अमित शाह की इस यात्रा के साथ ही जम्मू-कश्मीर में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत हो जाएगी। बता दें कि शाह उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ हाई लेवल सुरक्षा बैठकों की सह-अध्यक्षता भी करेंगे, यह भी बताया जा रहा है कि इसी दौरान कश्मीर में आतंकवाद से निपटने पर बातचीत भी होगी।
गौरतलब है कि इस समय जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची को प्रकाशित करने की प्रक्रिया चल रही है, जिसे 25 नवंबर तक पूरा किया जाना है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक हमीद कर्रा ने इस साल के अंत में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) सहित चुनाव संबंधी सामग्री ले कर ट्रक जम्मू पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि निर्वाचन आयोग जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने को लेकर आश्चर्यजनक फैसला करने की तैयारी कर रहा है।’