
अक्षय तृतीया का यह बेहद ही शुभ और पावन पर्व वैशाख के महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल अक्षय तृतीया 2022 (Akshaya Tritiya 2022) 3 मई दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। यह पर्व हिन्दू धर्म में विश्वास रखने वालों के लिए बेहद ही शुभ और महत्वपूर्ण दिन होता है। अक्षय शब्द का अर्थ होता है ‘जिसका कभी क्षय न हो या जिसका कभी नाश न हो’।
मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि यदि व्यक्ति दान-पुण्य, स्नान, यज्ञ, जप आदि जैसे शुभ कर्म करे तो इससे मिलने वाले शुभ फलों की कमी क्षय अर्थात कमी नहीं होती है। इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन विशेषतौर पर सोने के गहने खरीदने की भी मान्यता है। कहा जाता है इस दिन यदि सोना खरीदा जाये तो इससे व्यक्ति के जीवन पर माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद, सुख-समृद्धि और वैभव आजीवन बना रहता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
अक्षय तृतीया 2022 मुहूर्त
पूजा मुहूर्त :05:39:10 से 12:18:13 तक
अक्षय तृतीया का महत्व
- अक्षय तृतीया पर गंगा स्नान करना, शादी-ब्याह के कार्य करना, दान करना और कीमती वस्तुओं की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
- मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से मनुष्य सारे पापों से मुक्त हो जाता है।
- ये दिन पितृ श्राद्ध करने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए इस दिन जौ, गेहूँ, दही-चावल, चने, सत्तू, दूध से बने पदार्थ आदि सामग्री का दान अपने पितरों के नाम से कर सकते हैं।
- इस दिन सोने की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इसलिए भारी संख्या में लोग इस खास दिन पर सोना खरीदते हैं।
- माना जाता है कि इसी तिथि पर भगवान परशुराम का जन्म हुआ था।
- त्रेतायुग का प्रांरभ भी इसी तिथि पर हुआ माना जाता है।
- मान्यताओं अनुसार इसी दिन मां गंगा धरती पर आई थी।
- साल में केवल इसी दिन वृंदावन के बांके बिहारी जी के मंदिर में श्री विग्रह के चरणों के दर्शन होते हैं।
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