
Dalai Lama India China : चीन ने हाल ही में कहा था कि उसकी मंजूरी के बिना दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन की किसी भी प्रक्रिया को मान्यता नहीं दी जाएगी. इस ब्यान पर भारत ने एतराज जताया है.
दलाई लामा का उत्तराधिकारी कौन होगा? इस सवाल पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है. चीन ने इस मामले पर हाल ही में कहा कि उसकी मंजूरी के बिना दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया को वैध नहीं माना जाएगा. चीन के इस दावे पर अब भारत ने कड़ा रूख अपनाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने कहा है कि दलाई लामा को छोड़कर कोई भी उनके उत्तराधिकारी का फैसला नहीं कर सकता है.
दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मामले पर प्रतिक्रिया दी
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मामले पर प्रतिक्रिया दी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, “दलाई लामा का पद न केवल तिब्बतियों के लिए बल्कि दुनिया भर में सभी अनुयायियों के लिए काफी अहम है. “दलाई लामा के उत्तराधिकारी के संबंध में फैसला पूरी तरह उन्हीं का अधिकार क्षेत्र है और इसमें किसी बाहरी हस्तपेक्ष की कोई गुंजाइश नहीं है. रिजिजू का यह बयान चीन की प्रतिक्रिया के ठीक बाद आया है.
चीन ने कहा था कि अगले उत्तराधिकारी को उसकी मंजूरी लेनी होगी
बात दें कि चीन ने बुधवार को दलाई लामा को लेकर प्रतिक्रिया दी थी. चीन ने कहा था कि अगले उत्तराधिकारी को उसकी मंजूरी लेनी होगी. इस तरह चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के साथ तिब्बती बौद्धों के बीच तनाव की स्थिति बन गई है.
गादेन फोडरंग ट्रस्ट की स्थापना दलाई लामा ने साल 2015 में की थी
तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने बुधवार को सप्ष्ट किया कि दलाई लामा की संस्था आगे भी जारी रहेगी और उनके उत्तराधिकारी को तय करने का अधिकार केवल गादेन फोडरंग ट्रस्ट के पास होगा. इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि उनके बाद कोई उत्तराधिकारी होगा या नहीं. इसको लेकर जो अनिश्चितता थी, वह अब समाप्त हो गई है.
तिब्बत की सबसे पवित्र परंपरा को समाप्त किया जा सकता
इससे पहले दलाई लामा ने यह कहा था कि तिब्बत की सबसे पवित्र परंपरा को समाप्त किया जा सकता है. उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि उनका उत्तराधिकारी किसी महिला को बनाया जा सकता है, या फिर वह कोई ऐसा व्यक्ति हो सकता है जिसका जन्म चीन से बाहर हुआ हो.
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