Punjab : DGP गौरव यादव ने ‘साइबर हेल्पलाइन 1930’ के अपग्रेडेड कॉल सेंटर का किया उद्घाटन

Inauguration
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Inauguration :  साइबर हेल्पलाइन 1930 को और सुदृढ़ करने के लिए, पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यानि सोमवार को ‘साइबर हेल्पलाइन 1930’ के अपग्रेडेड कॉल सेंटर का उद्घाटन किया. साथ ही, साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों पर लोगों की सहायता के लिए ‘साइबर मित्र चैटबॉट’ भी लॉन्च किया। हेल्पलाइन की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए, डीजीपी ने उद्घाटन के दौरान 1930 पर ट्रायल कॉल करके हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली को समझने के लिए प्रतिनिधि से बात की।

उल्लेखनीय है कि साइबर हेल्पलाइन 1930 गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4सी) की नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सीएफसीएफआरएमएस) है. जिसके माध्यम से इस हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज होते ही साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों के पैसे तुरंत अपराधियों/संदिग्धों के खातों में फ्रीज किए जा सकते हैं।

2021 में कारगर हो गई थी हेल्पलाइन 1930

उल्लेखनीय है कि पंजाब में यह हेल्पलाइन 1930 सितंबर 2021 में कार्यशील की गई थी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इन अत्याधुनिक नवाचारों से साइबर अपराध रिपोर्टिंग में सुधार होगा और वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े मामलों का तेजी से निपटारा सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे नागरिक डिजिटल दुनिया में सशक्त बन सकेंगे।

दिन रात सहायता प्रदान करेगा चैट बोट

उन्होंने बताया कि साइबर मित्र चैट बोट दिन-रात सहायता प्रदान करेगा और त्वरित जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा, जिससे नागरिकों की जानकारी की सुरक्षा के लिए गोपनीय रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने आगे कहा कि अब तक पंजाब में 1930 हेल्पलाइन और एनसीआरपी पोर्टल पर विभिन्न साइबर धोखाधड़ियों से संबंधित 26,625 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम सेल ने 2024 में 17 प्रतिशत सफलता दर के साथ साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों के खातों से चोरी किए गए फंड को अपराधियों के बैंक खातों में फ्रीज/लीन मार्क किया है।

यह हैं उपलब्धि

उन्होंने आगे बताया कि पीड़ितों के 57 करोड़ रुपये धोखाधड़ी करने वाले/संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक खातों में फ्रीज किए गए हैं। एडीजीपी पंजाब साइबर क्राइम डिवीजन वी. नीरजा ने डीजीपी पंजाब को बताया कि पंजाब राज्य साइबर क्राइम डिवीजन द्वारा साइबर अपराधों से निपटने, लोगों में जागरूकता बढ़ाने और पुलिस की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मार्च 2024 में पंजाब सरकार द्वारा अधिसूचित 28 नए साइबर पुलिस स्टेशनों की स्थापना की गई, जिसके परिणामस्वरूप 205 एफआईआर दर्ज की गई हैं और जांच की गई है।

साइबर मित्र चैट बोट क्या है?

साइबर मित्र चैट बोट पंजाब पुलिस के साइबर क्राइम डिवीजन की एक नवीनतम पहल है, और कोई भी व्यक्ति साइबर अपराधों की रोकथाम और रिपोर्टिंग से संबंधित मुद्दों के बारे में त्वरित जानकारी प्राप्त करने के लिए “https://cybercrime.punjabpolice.gov.in” पर लॉगइन कर इसका उपयोग कर सकता है। साइबर मित्र चैट बोट के कई मुख्य लाभ हैं, जिनमें नागरिक रिपोर्टिंग के लिए पुलिस स्टेशन के घंटे तक सिमित रहने की बजाय अपनी सुविधा के अनुसार इसका उपयोग कर सकते हैं। यह साइबर अपराधों की रिपोर्टिंग या मदद प्राप्त करने के लिए एक सुरक्षित और गैर-निर्णयात्मक माध्यम प्रदान करता है। इसके अलावा, चैट बोट पंजाब की स्थानीय भाषा सहित विभिन्न भाषाओं का समर्थन करता है, जिससे भाषा संबंधी बाधा नहीं रहती। जल्द ही, साइबर मित्र चैटबॉट को अगले 15 दिनों के भीतर व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा, जिससे इसकी पहुंच और प्रभावशीलता में वृद्धि होगी।

रिपोर्टः अमित कुमार, संवाददाता, चंडीगढ़

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