Jharkhand: पलामू जिले में दुर्गा पूजा की अनोखी परंपरा, बनाया गया 20 फिट लंबा और 15 फिट चौड़ा रंगोली

Share

Jharkhand: देश भर में दुर्गा पूजा की तैयारी की जा रही है। एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल हर जगह बनाए जा रहे हैं। साथ ही पलामू जिले में दुर्गा बाड़ी 109 साल से दुर्गा पूजा करती आ रही है। इस परंपरा को आगे बढ़ाने में की जिज्ञाशा है। जिसमें अल्पोना कला का अधिक महत्व है। युवा कलाकार मेदिनीनगर की दुर्गा बाड़ी में अल्पोना कला बना रहे हैं। इसे पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण मानते हैं।

109 सालों से चली आ रही है अनोखी परंपरा

आर्टिस्ट विपुल दत्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया की अल्पोना आर्टबंगाली संस्कृति में बड़ा महत्व रखा है। यहां हर दुर्गा पूजा में अल्पोना कला का उत्पादन किया जाता है। जिसमें रंगोली बंगाली परंपरा को दिखाती है। पुरुष दुर्गा पूजा में ढाक बजाते हैं, और महिलाएं धुनूची लेकर नृत्य करती हैं। पलामू जिले में दुर्गा बाड़ी इसी परंपरा का प्रतीक है। इसे पिछले 109 वर्षों से बनाया जाता है और हम इसे आगे भी जारी रखेंगे। उनका कहना था कि बचपन से पेंटिंग में उनका रुचि रहा है, 2020 से यहां अल्पोना कला बना रहे हैं।

कला-आस्था और पारंपरिक नृत्य को पेश करती है

आगे बताया कि 20 फिट लंबा और 15 फिट चौड़ा रंगोली पेंट दुर्गा बाड़ी प्रसाल में बनाया जाता है। इसे पूरा करने में दस से बारह दिन लगते हैं। छह से सात कलाकार मिलकर इस कला को से बनाते हैं। इस बार अल्पोना को ज्योत्षना पाल, प्रिया पाल, रिमी शाहा, बाबली देवनाथ, परिणीता पाल, दीप शाह और विपुल दत्ता ने बनाया है। ये कला हमारी आस्था और पारंपरिक नृत्य को दिखाता है। जहां इसमें एक आदमी ढाक बजाता हुआ नजर आ रहा है, और महिलाओं को हाथ में धुनुची लेकर नृत्य करते दिखाया गया है। इस कला को देखकर लोग मनमुग्ध हो जाता हैं।

ये भी पढ़ें- UP: राम जन्मभूमी में फैला मातम, नागा साधु की हत्या पर उठ रहें है पुलिस की सुरक्षा पर सवाल