
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है। अरब सागर में पनपा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय तेजी से भारत के तटीय इलाकों की तरफ आ रहा है। जहां समंदर से उठ रही ऊंची लहरें इस बात का सबूत दे रही हैं। खतरे को देखते हुए राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं। इस बीच एशियाई शेरों के लिए प्रसिद्ध गिर के जंगल से 100 शेरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के एक ‘‘बेहद गंभीर चक्रवात’’ के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं।
ट्रैकर्स के जरिए नजर
300 ट्रैकर्स के जरिए शेरों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ट्रैकर्स के जरिए शेरों पर आने वाले संभावित खतरे को पहले ही अनुमान लगाया जा सकेगा। इससे समय रहते हुए शेरों की जान बचाई जा सकेगी। किसी भी वन्यजीव को हानि न हो वन विभाग इसके लिए पुख्ता इंतजाम कर रहा है।
ये भी पढ़ें: Mocha Cyclone: IMD की चेतावनी जारी, जानें कहां मचेगी कितनी तबाही