Madhya Pradesh

MP NEWS: दो दिन चलेगी मीट; CM बोले- वन विभाग का काम नौकरी नहीं, धरती बचाना है

MP NEWS: भोपाल में IFS मीट 2023 का आज शुरुआत हो गई है, मीट दो दिन चलेगी। मीट में IFS के ऑफिसर्स अपनी फैमिली के साथ शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मीट का शुभारंभ किया है। इस मौके पर सीएम ने कहा- कोविड के कठिन काल के बाद यह IFS मीट हो रही है। मैं आप सब को बधाई देता हूं, कोविड के उस कठिन काल में जनता को मदद करने में वन विभाग ने कोई कमी नहीं छोड़ी थी। फॉरेस्ट विभाग का काम नौकरी नहीं है, बल्कि आने वाले पीढ़ियों के लिए धरती बचाना है। जंगल है, तभी धरती पर हर्ष, उल्लास और आनंद है। आप सब पर गर्व है मुझे।

वानिकी सम्मेलन का उध्दाटन करते हुए सीएम शिवरारज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश बाघधानी है, टाइगर स्टेट है। हम वल्चर स्टेट, लेपर्ड, घड़ियाल स्टेट हैं। अब चीता धानी भी मध्यप्रदेश बन गया है। पन्ना में बाघों का पुर्नस्थापना बड़ी उपलब्धि है। 2007-2008 में बाघ बचे ही नहीं थे। आज पन्ना बाघों से गुलजार है। हमने गिद्धों की प्रजाति बचा ली। इन सफलता की कहानियों की शॉर्ट मूवी बनाओ। जो वन के विनाश के कारण माफिया हैं, उनको कुचल देना एक उपाय है। लेकिन, वन में रहने वाले आदिवासियों की आजीविका चलाते हुए हम आगे बढ़ें।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत ने हजारों साल पहले जो कहा, उसे आज दुनिया मान रही। भारत ने कहा कि प्रकृति का दोहन करो, शोषण नहीं। फल को तोड़ना दोहन है और पेड़ को ही काट दो, तो यह शोषण है। मैं वन विभाग को बधाई देता हूं कि आपने लगभग 1400 वर्ग किमी सघन बढ़ाने का काम किया है। हमें पुराने वनों के संरक्षण के साथ नए वनों के विकास के लिए प्रयास करते रहना है। मैं प्रतिदिन पौधरोपण करता हूं और साथ अनेक लोग सहभागिता करते हैं। मुझे खुशी है कि अंकुर अभियान से जुड़कर लगभग 67 लाख से अधिक लोग अब तक पौधे लगा चुके हैं। भारत का दर्शन जियो और जीने दो का है। हमारे यहां पशु-पक्षियों में भी एक ही चेतना मानी गई है। इसलिए भारत में देवताओं के अवतार भी पशुओं के रूप में हुए हैं। हमारी सोच है कि वन प्राणियों के बिना धरती टिक नहीं सकती। नदियों के बिना जीवन नहीं चल सकता, इसलिए हम नदियों को माता कहते हैं।

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