
नई दिल्ली: पूरे देश भर में 10 दिनों तक गणेशोत्सव मनाते है। हालांकि कई जगहों पर लोग अपनी सुविधा अनुसार कहीं तीन, चार या पांच दिन तक गणपति को अपने घर में स्थापित करते हैं। दरअसल जो लोग ज्यादा व्यस्त रहते हैं, वे तीसरे दिन बप्पा का विसर्जन कर देते हैं।
आप भी अगर बप्पा की विदाई कर रहे हैं, तो नदी, झील, तालाब में विसर्जित करने की बजाय अपने घर पर ही उनका विसर्जन करें।
आइए जानते हैं कब और कैसे करें विसर्जन –
तीसरे, पांचवें, सातवें और दसवें दिन घर पर गणपति का विसर्जन होता है।
सबसे पहले गणपति के साइज को देखते हुए टब या बाल्टी लें।
फिर उसमें गणेश जी के मंत्रों का जाप करते हुए उनको पानी में विसर्जित करें।
जब गणपति पानी में पूरे तरह से घूल जाएं तो इस पानी को पौधों में डाल दें।
POP (प्लास्टर ऑफ पेरिस) की जगह हमेशा मिट्टी के गणपति की ही स्थापना करें, लेकिन अगर आपने इस बार भी चमक-धमक में पड़कर POP के गणपति बिठाए हैं, तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाकर अपनी गलती को न दोहराएं। इन्हें घर पर ही विसर्जित करें।
इन बातों का भी रखें ख्याल
गणपति का विसर्जन शुभ मुहूर्त में करें।
जितने दिन भी आपने गणपति की पूजा कि है, उतने दिन में जो भी भूल-चूक हुई, उसके लिए बप्पा से क्षमा मांगें।
गणेश जी की मूर्ति हो या प्रतिमा, इन्हें पानी में धीरे-धीरे विसर्जित करें।
विसर्जन के वक्त आप श्री गणेश के मंत्रों का जाप भी करें, शुभ होगा।
घर पर विसर्जन के बाद वाला पानी इधर-उधर न फेंकें या उसे किसी के पैर में न पड़ने दें।