रसोई में इस्तेमाल होने वाले बर्तन कर सकते हैं खाने को विषाक्त, जाने किन बर्तनों से करे परहेज, किनका करें साथ?

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लाईफस्टाइल। जागरूकता के दौर में हम आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में जागरूक हो रहे हैं, फिर वो चाहें स्वच्छता से संबंधित हो या हेल्थी खाने से। खाने के मामले में हमारे लिए क्या अच्छा है, क्या नहीं? इस बात से लेकर स्वच्छता कैसे की जाए आदि के प्रति जब हम काफी जागरूक हो चुके हैं, तो किस प्रकार के बर्तनों का प्रयोग खाना बनाने के लिए किया जाए, इसके बारे में भी क्यों न जान लिया जाए?

इसकी जानकारी होने के बाद हम अपने स्वास्थ्य का ख्याल बेहतर तरीके से रख सकेंगे। शायद आप नहीं जानते कि जिन धातु के बर्तनों में आप खाना बना रहे हैं, उनमें से कई धातुएं खाने के पोषक तत्वों को ख़त्म कर जहर के रूप में परिवर्तित कर देती हैं, तो वहीं कुछ धातुएं भोजन की पौष्टिकता में इज़ाफा कर देती हैं। तो आइये जानते हैं आपकी रसोई में मौजूद धातु के बर्तनों के फायदे और नुकसान-

तांबे के बर्तन

तांबे के बर्तनों का खाने-पीने में इस्तेमाल काफी फायदेमंद है। लेकिन खाना बनाने में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये आग पर तीव्र प्रतिक्रिया करता है और हाई हीट पर इसमें नमक और एसिड के मिलने से कई तरह के केमिकल बनने लगते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।

एल्युमीनियम के बर्तन

एल्युमीनियम तापमान को अवशोषित कर लेता है। आंच पर जाते ही गर्म हो जाता है, साथ ही यह काफी मजबूत भी होता है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग इस धातु के बर्तन में खाना बनाना पसंद करते हैं।

हालांकि गर्म होने पर एल्युमीनियम एसिड वाले भोज्य पदार्थ जैसे टमाटर और सिरका के साथ प्रतिक्रिया करता है, जो खाने को विषाक्त बना सकता है। एल्युमीनियम एक भारी धातु होती है, जो धीरे-धीरे आपके खाने में प्रवेश कर जाती है।

पीतल के बर्तन

पीतल के बर्तनों का बेस काफी भारी होता है साथ ही भारत में पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने योग्य इसे एक शुद्ध धातु माना जाता है, इसीलिए आमतौर पर पारंपरिक व्यंजनों को तैयार करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। दूसरा बेस भारी होने के कारण देर तक पकने वाले भोजन चिकन, मटन आदि में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

किन्तु पीतल तेज तापमान पर नमक और एसिड वाले फूड्स के साथ रिएक्ट करता है, इसलिए इसमें खाना पकाने से बचना चाहिए। हालांकि तलने या चावल बनाने के लिए इस बर्तन का इस्तेमाल किया जा सकता है। 

लोहे के बर्तन

खाना बनाने के लिहाज़ से यह सबसे अच्छी धातु मानी जाती है। लोहे के बर्तनों में किसी भी प्रकार का खाना बनाया जा सकता है। लोहा समान रूप से गर्म होता है और खाने को जल्दी पकाने में सहायता करता है। गर्म होने पर यह आयरन छोड़ता है, जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। हालाँकि  रसेदार चीजों को लोहे में बनाने से इसका स्वाद बदल सकता है।

मिट्टी के बर्तन

ये खाना बनाने के सबसे सुरक्षित और अच्छे विकल्प होते हैं। मिट्टी के बर्तन अपने गुणों और विशेष शैली के कारण आजकल काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। हालांकि इसमें खाना पकाने में थोड़ा ज्यादा समय लगता है, साथ ही इसे संभाल कर रखना भी मुश्किल होता है। इसलिए लोग मिट्टी के बर्तनों से परहेज करते हैं।