महाराष्ट्र सरकार ने इस महीने की 17 तारीख से ऑफ लाइन कक्षाएं खोलने का निर्णय लिया

नई दिल्ली: कोरोना जैसी महामारी के चलते तमाम स्कूलों को बंद कर दिया गया था। फिलहाल कोरोना के हालात को देखते हुए अब फिर से स्कूलों को खोलने का फैसला ले लिया गया था। दरअसल, र्सिफ माध्यमिक छात्रों के लिए स्कूलों को खोलने की मंजूरी दी गई थी। लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने प्राथमिक छात्रों के लिए स्कूलों को खोलने का फैसला किया है। बता दें कि राज्य में कोविड-19 के मामलों में कमी को देखते हुए राज्य के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया गया है। हालांकि, महाराष्ट्र ही नहीं, भारत के कई राज्यों ने भी स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने का फैसला किया है।
जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने इस महीने की 17 तारीख से ग्रामीण इलाकों के पांचवीं से आठवीं और शहरी क्षेत्रों के आठवीं से बारहवीं तक की ऑफ लाइन कक्षाएं खोलने के आदेश दिये हैं। इसके साथ ही कोविड स्थिति में निगम आयुक्तों को मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय क्षेत्र और ठाणे में स्कूलों को खोलने का निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है। कोल्हापुर, सांगली, सतारा, सोलापुर , अहमदगनर, बीड, रत्नागिरी, सिंधू दुर्ग, रायगढ, पालघर जिले में जिला कलैक्टरों को कोविड स्थिति की समीक्षा के बाद स्कूलों को खोले जाने का निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
शिक्षकों का टीकाकरण अनिवार्य किया गया
मालूम हो कि अध्यापकों के टीकाकरण को अनिवार्य किया गया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि प्रशासन अध्यापकों का पूरी तरह से टीकाकरण सुनिश्चित कराये। कोविड दिशा निर्देशों के मुताबिक एक बैंच पर एक छात्र ही बैठेगा। इसके अलावा प्रत्येक बैंच के बीच छह फुट की दूरी होनी चाहिए। साथ ही एक कक्षा में अधिकतम 15 – 20 छात्र होने चाहिए। आदेश में यह भी बताया जा रहा है कि अगर विद्यालय में कोविड 19 का एक भी मामला आता है तो प्रसाशन को अगले आदेश तक विद्यालय तुरंत बद कर दिये जाने चाहिए।