Natural Calamity: धन सिंह रावत का अजीब बयान, कहा- एप के जरिए बारिश को किया जा सकता है कम या ज्यादा

उतराखंड। उत्तराखंड में आपदा हर साल आती है और कितने लोगों को जख्म देकर चली जाती है। कोई अपनों को खो बैठता है तो किसी के दिल में हृदय विदारक तस्वीरें घर कर जाती है।
इस साल भी लगातार पूरे प्रदेश में बारिश और भूस्खलन की स्थिति बनी रही। लोगों ने इस प्राकृतिक आपदा का सामना किया।
वहीं, उत्तराखंड सरकार में आपदा मंत्री धन सिंह रावत का ऐसा कहना है कि प्राकृतिक आपदा, बारिश और भूस्खलन जैसी स्थिति से निपटने के लिए एक एप बेहद सक्षम हो सकता है। आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) में रिसर्च कर एक एप विकसित किया जा रहा है जिसमें बारिश अगर ज्यादा आती है तो उसको कम और ज्यादा किया जा सकता है।
अब इस बयान से, सवाल ये उठता है कि आखिर माननीय मंत्री प्राकृतिक आपदा या फिर बारिश को कैसे कम और ज्यादा करने की बात कर रहे हैं।
जानिए भूकंप एप की वास्तविक सच्चाई
आपको बता दें कि, उत्तराखंड सरकार ने एक भूकंप एप लांच किया था जिसमें यह दावा किया जा रहा था कि राज्य में किसी भी क्षेत्र में भूकंप आता है तो उसकी सूचना पहले ही मिल जाएगी। लेकिन, एक तरफ जहां राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भूकंप एप का शुभारंभ किया तो अगले 2 दिनों बाद राज्य में भूकंप की दस्तक हुई और करोड़ों की लागत से बनाया गया भूकंप एप वैसे का वैसा ही रहा।
आपदा मंत्री ने किया दावा
आपदा मंत्री धन सिंह रावत इस बात का ऐलान कर रहे हैं कि प्राकृतिक आपदाओं और बारिश से निपटने के लिए एप बनाया गया है जिसमें ये पता चल जाएगा आखिकार किस क्षेत्र में कितनी आपदा और बारिश होने वाली है। मंत्री प्राकृतिक आपदा या फिर बारिश को कम ज्यादा करने की बात भी कहते हुए नजर आ रहे हैं।