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UP: महिला शक्ति वंदन अधिनियम में दलित, मुसलमान सबका होना चाहिए आरक्षण- अध्यक्ष मौलाना खालिद

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Uttar Pradesh: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के धर्मशास्त्र विभाग में आए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने केंद्र सरकार के महिला शक्ति वंदन अधिनियम लागू होने के सवाल के जवाब में कहा कि ‘हम तो इसके विरोधी नहीं है और उसमें तमाम तबकों का आरक्षण होना चाहिए। दलितों के लिए मुसलमानों के लिए वरना सिर्फ एक ही तबके की औरतें इसमें आ सकेंगी। मेंन स्ट्रीम में शामिल हो सकेंगी, दूसरे तबके की औरतों शामिल नहीं हो सकेंगी तो इंसाफ के साथ इसको लागू करना चाहिए।

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सबसे अहम है औरतों की इज्जत और आबरू

उन्होंने आगे कहा कि इंसाफ के साथ कानून बनना चाहिए लेकिन मैं यह समझता हूं कि इस आरक्षण से ज्यादा अहम है औरतों की इज्जत और आबरू की हिफाज़त करना। उनकी सिक्योरिटी ज्यादा अहम है, इससे आपने उनको नौकरी में रिजर्वेशन दे दिया वह बेचारी अपने ऑफिस जाते हुए खतरे और खौफ को महसूस कर रही हैं। अपने ऑफिस में खौफ महसूस कर रही हैं तो जाहिर है कि इस रिजर्वेशन का उनको क्या फायदा होगा।

सांसद कुंवर दानिश अली को होना चाहिए ससपेंड

वहीं मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने पार्लियामेंट में सांसद कुंवर दानिश अली के साथ हुए प्रकरण पर कहा कि यह बहुत बेहूदा हरकत है। मैं समझता हूं कि उस मेंबर ऑफ पार्लियामेंट ने अपने एक साथी को बेइज्जत नहीं किया है, बल्कि उसने इस मुल्क के कानून उसके दस्तूर उसकी रवायत को जलील किया है। पूरी दुनिया में उसकी वजह से हिंदुस्तान की बहुत ज्यादा बदनामी हुई है। इसलिए गवर्नमेंट को चाहिए कि उस सांसद को ससपेंड करें। उससे कम जुर्म के मामले में भी उन्होंने लोगों को ससपेंड किया है। उन पर एफआईआर दर्ज हो और उनको सजा दी जाए।

(अलीगढ़ से अर्जुन देव वार्ष्णेय की रिपोर्ट)

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