टीबी मरीजों की टेस्टिंग 4 गुना बढ़ गई है, उपचार की सफलता दर 79% से बढ़कर 92% हो गई है : CM योगी

UP : सीएम योगी ने टीबी मुक्त की दिशा में पहल की। उन्होंने अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें सेवानिवृत्त हो चुके आईएएस, आईपीएस शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व कुलपतिगणों और शिक्षाविदों को भी जिम्मेदारी दी है। उन्होंने बुधवार को कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत 27 लाख टीबी पेटेंट से करीब 775 करोड़ रुपये मिले हैं। नैट एवं एक्सरे मशीनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत को टीबी से मुक्त करने के लिए यूपी में पिछले कुछ सालों में टीबी मरीजों की टेस्टिंग 4 गुना बढ़ गई है. ट्रूनेट जांच और एक्स-रे मशीनों की संख्या भी बढ़ी है। निक्षय पोषण योजना के तहत 27 लाख टीबी पेटेंट से करीब 775 करोड़ रुपये मिले हैं। पिछले 4 वर्षों में, राज्य में टीबी उपचार की सफलता दर 79% से बढ़कर 92% हो गई है… 45,000 निक्षय मित्र टीबी रोगियों की सहायता कर रहे हैं।
‘नैट एवं एक्सरे मशीनों की संख्या में…’
सीएम योगी ने कहा कि विश्व में सबसे अधिक टीबी रोगी भारत मे हैं और भारत को टीबी मुक्त करने के लिए सबसे बड़ी आबादी के राज्य उत्तर प्रदेश में टीबी उन्मूलन अनिवार्य है। आज उत्तर प्रदेश में टीबी रोगियों की जांच पहले के मुकाबले चार गुना हो गयी है। नैट एवं एक्सरे मशीनों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रदेश में टीबी उपचार की सफलता दर पिछले चार वर्षों में 79 प्रतिशत से बढ़कर 92 प्रतिशत हो गयी है।
उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजनान्तर्गत डीबीटी के माध्यम से लगभग 27 लाख टीबी रोगियों के खाते में 775 करोड़ रुपये की धनराशि का भुगतान हो चुका है। इसी तरह, फेफड़े के टीबी रोगियों के साथ रहने वालों को टीबी रोग न हो, उन्हें टीबी से बचाव का उपचार दिया जा रहा है।
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