Advertisement

‘महिलाएं कुपोषित हुईं तो आने वाली पीढ़ी पर पड़ेगा दुष्प्रभाव’

Women Empowerment Program

Women Empowerment Program

Share
Advertisement

Women Empowerment Program: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गुरुवार को महिला एवं बाल विकास निगम में एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के समर्थन, सशक्तिकरण और उनके विकास को प्रोत्साहित करना था। इस कार्यक्रम के माध्यम से निगम ने महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में समर्थन और संरचना प्रदान करने का संकल्प लिया है। समारोह में उपस्थित यूनिसेफ की पोषण अधिकारी डॉक्टर शिवानी ने महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित मुद्दों पर परिचर्चा की और उन्हें समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन किया।

Advertisement

स्वस्थ जीवनशैली के महत्व के बारे में किया जागरूक

उन्होंने बताया कि यदि महिलायें कुपोषित होती हैं तो उनकी आने वाली पीढ़ी अर्थात बच्चों की मृत्यु होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली के महत्व के बारे में जागरूक किया और उन्हें उपयुक्त स्वास्थ्य देखभाल के लिए संसाधनों के प्रयोग के बारे में जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही उन्होंने लैंगिक भेदभाव, लिंग आधारित हिंसा, शिक्षा में बाधा, बाल विवाह और निर्णय लेने में कम भागीदारी जैसी विषयों पर चर्चा की।

‘महिलाओं को मिले रोजगार के अवसर जानने का मौका’

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) की राज्य कार्यक्रम समन्वयक अनुजा गुलाटी ने महिलाओं के लैंगिक भेदभाव और कौशल विकास हेतु विभिन्न योजनाओं/ कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके रोजगार के अवसरों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलना चाहिए। जिससे वे अपने उत्कृष्ट कौशलों का उपयोग करके अपने करियर को आगे बढ़ा सकें।

संसाधनों का सही उपयोग करने का सुझाव

कार्यक्रम में एसबीआई के प्रतिनिधि रत्नेश कुमार ने वित्तीय साक्षरता की आवश्यकता पर चर्चा की और महिलाओं को वित्तीय साक्षरता के लिए संसाधनों का सही उपयोग करने हेतु सुझाव दिया। महिला एवं बाल विकास निगम की कार्यपालक निदेशक अलंकृता पाण्डेय (भा.प्र.से.) ने इस मौके पर कहा कि “हम उन सभी महिलाओं का समर्थन करते हैं जो अपने क्षमताओं को बढ़ावा देने और समाज में अपनी भूमिका को मजबूत करने के लिए सक्रिय हैं। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं को किसी भी हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के लिए वन स्टॉप सेंटर और 181 महिला हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से मदद लेने के लिए जागरूक किया।

ये रहे मौजूद

आईसीडीएस निदेशक कौशल किशोर बिहार ने कहा कि यह कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति निगम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और उनके विकास में उच्च स्तर का समर्थन प्रदान करता है। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में यथा; नगर निगम की स्वच्छांगिनी, जीविका दीदी, बिहार महिला उद्योग संघ की महिला उद्यमियों, आंगनबाड़ी सेविका, कॉम्फेड अंतर्गत सहकारी संघ,खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को अंगवस्त्र एवं प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार

यह भी पढ़ें: सभी साथियों को समर्पित होकर निःस्वार्थ भाव से कार्य करने की जरूरत- उमेश कुशवाहा

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *