Uttarakhand: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के इस बयान पर गरमाई सियासत
उत्तराखंड प्रदेश में इन दिनों पेपर भर्ती लिक घोटाले घपलों के मामले चरम पर है। जिसको लेकर बेरोजगार युवा सड़कों पर आंदोलन कर रहा है। आपको बता दें इस आंदोलन में कांग्रेस पार्टी ने अपनी खोई हुई जमीन तलाशने का पूरा प्रयास किया है। इस आंदोलन के माध्यम से कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर सड़कों पर उतर कर हल्ला किया है, तो वही कांग्रेस द्वारा किए गए। इस हो हल्ले के बाद घपले घोटालों को लेकर बीजेपी के कद्दावर नेता कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का बयान सामने आया है।
गणेश जोशी ने कहा है कि जब-जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई है। तब तक प्रदेश के अंदर दलाल और दलाली हावी रहे हैं। इतना ही नहीं जोशी ने कहा कि जितने भी घोटाले और भ्रष्टाचार के मामले हुए हैं। वह सब कांग्रेस के शासन में ही हुए हैं और जब-जब प्रदेश में बीजेपी की सत्ता आई है। तब तक बीजेपी ने प्रदेश की जनता की सेवा करने का कार्य किया है, जिसका परिणाम सबके सामने है देश के प्रधानमंत्री देश के हर वर्ग का ख्याल रखने का कार्य कर रहे हैं और घर-घर तक उज्जवला योजना समेत कई अन्य योजना देश को दे रहे हैं। तो वही देश को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रहे हैं।
तो वही गणेश जोशी इस बयान के बाद कांग्रेस में सियासत गरमा गई है कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को आड़े हाथ लेते हुए जमकर हमला किया है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा ने कहा है कि गणेश जोशी बोखला चुके हैं। वह अपनी उम्र की दहलीज को पार कर ही रहे हैं, लेकिन अपना मानसिक स्तर भी हो रहे हैं। उनके लिए कुछ कहना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि गणेश जोशी को उत्तराखंड में शक्तिमान घोड़े के हत्यारे के रूप में जाना जाता है। इतना ही नहीं गरिमा ने कहा है कि गणेश जोशी ने तो राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की शहादत को हादसा बताया था।
जिसके बाद पूरे उत्तराखंड में गणेश जोशी को पूरी पार्टी समेत किरकिरी का सामना करना पड़ा था और बैकफुट पर आना पड़ा था। उन्होंने गणेश जोशी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी में जितना बड़ा नेता होता है, उसकी उतनी ही लंबी जुबान होती चली जा रही है। ऐसी स्थिति में इनके नेताओं की विवादित बयान के चलते इनके नेताओं को इस्तीफा देना पड़ता है और कई मुख्यमंत्रियों को अपने पद से हाथ धोना पड़ता है। गणेश जोशी बताएं कि भारतीय सेना से पीठ दिखाकर क्यों आए उन्होंने गणेश जोशी पर हमला करते हुए कहा कि जो इंसान इंडियन आर्मी का नहीं हो सका वह इस देश का कैसे हो सकता है।
बरहाल उत्तराखंड में वाद विवाद की स्थिति कायम है। दोनों पार्टी एक-दूसरे पर हमलावर है, जिसको लेकर प्रदेश के अंदर उहापोह की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में जब दोनों ही पार्टियों को जोशीमठ जैसे मुद्दे और बेरोजगारों से जुड़े मुद्दे को लेकर कोई सकारात्मक कल निकालना चाहिए था। ऐसे में दोनों पार्टी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते हुए राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कर रही हैं।
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